बेकार पड़े रेलवे कोच को बनाया पहियों वाला Restaurant, 32 लोग एक साथ बैठकर स्वाद ले सकते हैं

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Rail Coach Restaurant
Rail Coach Restaurant: Indian Railways introduces a unique dining, turns train coach into restaurant at New Jalpaiguri station.

Jabalpur: अगर आप चाहते है कि रेलवे कोच में बैठकर रेस्‍टोरेंट का आनंद लेकर मजेदार भोजन करे तो पहले की तरह अब आपको शाही ट्रेन की टिकट लेकर हजारे रूपये खर्च करने की आवश्‍यकता नही है।

अब ऐसा मजा आप बिना ज्‍यादा पेसे खर्च किये सिर्फ थोड़े पैसे खर्च करके ही ले सकते है। लेकिन यह मजा आपको चलती ट्रेन का नही मिलेगा। यह मजा आप बिना टिकट खरीदे ले सकते है। आप सोच रहे होंगे कौन सी ऐसी ट्रेन है की सेवा है जिसमें यह हो रहा है।

उत्‍तर बंगाल में जर्जर कोच पर बनाया गया रेल्‍वे कोच रेस्‍तरां

आपको बता दे कि उत्‍तर पूर्व सीमांत रेलवे उत्‍तर बंगाल में ट्रेन कोच वाला एक रेस्‍टॉरेन्‍ट शुरू किया गया है। यह रेस्‍टॉरेन्‍ट वह पर्यटक जो यहॉं पर ऑन व्‍हील आते है, उनके लिये एक गिफ्ट के तौर पर शुरू किया गया है।

आपको बता दे कि यह रेस्‍टॉरेंट एक बहुत ही जर्जर कोच की सहायता से तैयार किया गया है। यह कोच पहले बहुत ही बेहाल तथा जर्जर था। जिसे अब एक बहुत ही शानदार कोच रेस्‍तरां में परि‍वर्तित कर दिया गया है।

इंडियन, चीनी, दक्षिणी हर प्रकार के मिलते है यहॉं व्‍यंजन

यह जो रेस्‍तरां है सिलीगुड़ी में जो न्‍यू जलपाईगुड़ी (New Jalpaiguri Junction) है, वहा के रेल्‍वे स्‍टेशन पर खोला गया है। यह रेस्तरां ऐसा है जिसे जब कोई भी बाहर से देखेगा, तो सबसे पहले इसे रेल्‍वे कोच (Railway Coach) ही कहेगा। लेकिन यह कोई रेल्‍वे कोच नहीं है, बल्‍कि एक रेस्‍तरां है। इस रेस्‍तरा पर आराम से पर्यटक एसी में बैठकर विभिन्‍न प्रकार के व्‍यंजन का आनंद ले सकते है।

आपको बता दे कि इस रेस्‍तरा के बाहर में लाल किला, हावड़ा ब्रिज, विक्‍टोरिया मेमोरियल तथा पीले कलर में बहुत से फैमस स्‍थान को चित्रित किया गया है। इस स्‍थान में चीनी, दक्षिण व्‍यंजन, इंडियन व्‍यंजन वेज तथा नोन वेज सभी प्रकार के व्‍यंजन मिल जाते है।

महाप्रबंधन अंशुल गुप्‍ता का है कंसेप्‍ट जिसे किया गया साकार

आपको बता दे कि उत्‍तर पूर्व सीमांत रेल्‍वे के जो एडीआरएम है उनका नाम संजय चिरवारवार है। वह जानकारी देते हुये कहते है यह रेस्‍तरां जो बनकर तैयार हुआ है, उसका पूरा कंसेप्‍ट महाप्रबंधक अंसुल गुप्‍त ने दिया है।

अभी अपने आइडिया का सबसे पहले उन्‍होंने न्‍यू जलपाई गुड़ी रेल्‍वे स्‍टेशन में यूज किया है। उनकी योजना है कि वह इसी प्रकार के टॉय ट्रेन वाले रेस्‍तरां कोच (Rail Coach Restaurant) आगे भविष्‍य में बहुत से पहाड़ी स्‍टेशन पर बनाएंगे।

अंदर आराम से 32 लोग बैठकर कर सकते है भोजन

वही उन्‍होंने बताया कि यात्रियों को किसी भी प्रकार की चिंता इस रेस्‍तरां के बनने के बाद नही करनी पड रही है। क्‍योंक‍ि भोजन की तलाश करने की जो सबसे बड़ी समस्‍या, इस रेस्‍तरां के बनने के बाद पूरी हो जायेगी। क्‍योंकि यहां पर साफ वातावरण मे भोजन करने लोगो को मिलेगा।

इस जगह पर कहा जा रहा है कि 32 लोग आराम से बैठकर भोजन कर सकते है। वही इस रेस्‍तरा की बात करे तो यह सुबह 6 बजे से लेकर रात के 10 बजे तक अपनी सेवाये देगा। वही इसमें काम करने वाले कर्मचारी 2 शिफ्ट तक कार्य करेंगे।

आपको बता दे कि यह रेस्‍तरा जोकि न्‍यू जलपाईगुड़ी में खुला है वह अकेला ही ऐसा रेस्‍तरा नही है, जो‍कि ऑन व्‍हील (Restaurant On Wheels) है। इस रेस्‍तरा के पहले भी वेस्‍ट सेंट्रल के सतना जंक्‍शन पर एक रेस्‍तरां खुल चुका है, जो रेल कोच रेस्‍तरा है। इस रेस्‍तरां में रेल या‍त्री के अलावा अन्‍य शहर के लोग भी आकर स्‍वादिष्‍ट व्‍यंजनो को चखते है।

सतना (Satna) का जो कोच रेस्‍तरा है, वह पूरे सप्‍ताह भर तथा 24 घंटे अपनी सेवा देता है। वही जबलपुर (Jabalpur) जिले के सर्कुलेटिंग एरिया पर भी जो पुराना रेल्‍वे कोच है, उसको एक रेस्‍तरां में चेंज किया गया जा चुका है। इसी प्रकार के रेस्‍तरां मुंबई तथा आसनसोल में भी सीएसएमटी रेल्‍वे स्‍टेशन पर है।

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