Lucknow: एक बच्चा अपने जन्म के बाद से ही सारी चीजें सीखता है। 3 वर्ष की उम्र से बच्चा जीवन भर सीखता ही है और खुद को ज्ञान से भरपूर बना कर अपना जीवन चलाता है। कहा जाता है कि एक बच्चे की पहली गुरु उसकी मां है जो से बोलना चलना खाना पीना सिखाती है।
वही प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के लिए जब वह बच्चा स्कूल जाता है, तब वहां के टीचर उसके दूसरे गुरु होते हैं, जो जीवन का मार्ग उन्हें प्रशस्त करते हैं। दोस्तों बच्चों का बेसिक शिक्षा ही उन्हें अपने अच्छे फ्यूचर की तरफ ले जाती है। बच्चे की प्राइमरी शिक्षा उन्हें मानसिक और सामाजिक चीजों से जुड़ी चीजों को सिखाते हैं।
दुनिया भर में ढेरों स्कूल है जो बच्चों को उत्कृष्ट और बेहतरीन शिक्षा दे रहे हैं। साथी बहुत सारे स्कूल ऐसे भी हैं, जो केवल पैसा कमाने के उद्देश्य से चल रहे हैं। आज मैं इस लेख के माध्यम से दुनिया के सबसे बड़े स्कूल के बारे में बात करेंगे जो भारत में है। तो यह जान है उस स्कूल के बारे में।
वर्ल्ड लार्जेस्ट स्कूल के बारे में जाने
दोस्तों बच्चों की स्कूली शिक्षा उनके मानसिक विकास के लिए बहुत बड़ा योगदान देती हैं। बच्चे मां के गर्भ से कुछ सीख कर नहीं आते स्कूल ही वह माध्यम है, जहां वे सारी चीजें सीखते हैं। कुछ फैमिली जो अच्छी होती है वे अपने बच्चों को अच्छे से अच्छे प्रीमियम स्कूल में भेजती है और कुछ परिवार ऐसे भी होते हैं जो बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ाते हैं।
दुनिया भर में बहुत बड़े-बड़े स्कूल हैं परंतु क्या आप जानते हैं, दुनिया का सबसे लार्जेस्ट स्कूल हमारे भारत में मौजूद है, जहां हजारों की संख्या में बच्चे पढ़ाई करते हैं और हजारों में उस स्कूल में कर्मचारी मौजूद हैं। जी हां दोस्तों यह स्कूल उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखनऊ (Lucknow) में स्थित है। जिसका नाम सिटी मोंटेसरी स्कूल (City Montessori School) है। यहां बच्चों को कक्षा 1 से लेकर कक्षा 12वीं तक की पढ़ाई इंटरनेशनल लेवल की कराई जाती है।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल है यह स्कूल
इस स्कूल की शाखा हर राज्य के हर शहर में फैली हुई है। इस स्कूल में वर्ष 2019 में लगभग 55,547 बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे थे। इस स्कूल की खासियत तब बड़ी जब वर्ष 2014 में इस स्कूल की सोसायटी अमेरिका जनसंपर्क विभाग में गैर-सरकारी संगठन के रूप में एसोसिएट हुए, तब से स्कूल की वैल्यू और भी ज्यादा बढ़ गई।
इसके बाद से इस स्कूल (World’s Largest School City Montessori School) का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल किया गया है। बताया जा रहा है कि इस स्कूल की शुरुआत 5 बच्चों के साथ की गई थी और आज इस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या 50000 के पार पहुंच गई है।
स्कूल के संस्थापक
दुनिया के लार्जेस्ट स्कूल (World’s Largest School) की शुरुआत वर्ष 1959 में डॉक्टर जगदीश गांधी और उनकी पत्नी डॉ भारती गांधी के द्वारा की गई थी। बताया जा रहा है कि इस स्कूल को उन्होंने 5 बच्चों से और अपने घर के कमरे से शुरू की थी, जो आज 21 कैंपस के साथ 1000 से भी ज्यादा क्लासरूम की हो गई है।
Dr Jagdish Gandhi
Founder-Manager
City Montessori School
Lucknow, India.
Wishes Sadhguru a very Safe and Sucessful journey.
Lets Make it Happen @SadhguruJV #SaveSoil #SaveSoilMovement#ConsciousPlanet pic.twitter.com/oBgePImZnf— Arpita (@arpitamisra23) March 21, 2022
वही बच्चों की संख्या साल दर साल बढ़ते ही जा रही हैं। इस स्कूल का एजुकेशन सिस्टम अच्छा होने की वजह से इस स्कूल की काफी ज्यादा वैल्यू है, साथ ही फीस फीस स्कूल की सबसे ज्यादा है।
जाने फीस स्ट्रक्चर के बारे में
दोस्त स्कूल की फीस का स्ट्रक्चर बच्चों की कक्षा के अनुसार तय किया गया है। यह स्कूल के जीवन से लेकर 12वीं तक है। जहां केजी वन और केजी टू तक के बच्चों की फीस 3700 रुपया प्रति माह तय की गई है और कक्षा पहली की फीस 5629 रुपए, दूसरी से लेकर कक्षा पांचवी तक की फीस 5850 रुपए, कक्षा 6 से लेकर कक्षा 8 तक 7780 रुपए, कक्षा नौ और कक्षा 10 की फीस 9680 रुपए और कक्षा 11वीं और 12वीं की फीस 9960 रुपए तय की गई है।
Had a wonderful interaction with a group of students from City Montessori School (Lucknow) who would be participating in the International Yoga Day Celebrations on June 21 in New York, USA . pic.twitter.com/2AOamPM88x
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 11, 2019
यह फीस स्ट्रक्चर 1 महीने का है। वही इस स्कूल के कर्मचारियों की बात करें तो। वर्तमान समय में 4500 से भी ज्यादा कर्मचारी हैं, जो इस स्कूल के लिए काम कर रहे हैं। इनमें शिक्षक स्टाफ से लेकर सफाई कर्मी और अन्य कर्मचारी शामिल है।