UPSC में 5 बार फेल, सुने लोगो के ताने, आखिरी प्रयास में 11वीं रैंक पाकर बनी IAS अधिकारी

0
846
Nupur Goel IAS Success Story
Never Giving Up : The Inspirational Story Of AIR-11 Nupur Goel. After failing for 5 attempts, Nupur Goel secured 11th Rank in her Sixth attempt for her UPSC 2019 CSE Exam. Nupur Goel IAS Success Story.

File Image

Delhi: यूपीएससी (UPSC) के सफर में किसी को जल्दी सफलता मिल जाती है, तो किसी को इसमें काफी वक्त लग जाता है। अगर हौसले मजबूत है तो कोई भी चीज़ सफलता पाने में बाधा नही बन सकती। मान लो तो असफल है और ठान लो तो कामयाब है। देश के प्रतिष्ठित एवं सबसे कठिन माने जाने वाली यूपीएससी सिविल सेवा 2019 परीक्षा में 11वीं रैंक (11th Rank in UPSC 2019) हासिल कर इस वाक्य को सत्य साबित कर दिखाया है, दिल्ली की नूपुर गोयल ने।

नूपुर गोयल (Nupur Goel) मूलत दिल्ली (Delhi) की रहने वाली हैं और उनकी शुरुआती पढ़ाई यहीं से हुई। इसके बाद उन्होंने दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की और इग्नू से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स कि डिग्री ली। जिस समय उनका सेलेक्शन हुआ, उस समय वे इंटेलीजेंस ब्यूरो (IB) में इंटेलीजेंस ऑफिसर के पद पर कार्यरत थी।

लगातार पाँच बार असफल रहने के बाद भी नूपुर ने हिम्मत नही हारी। अपना हौसला बनाए रखते हुए यह सफलता अपने अंतिम प्रयास में हासिल कर ली। दिल्ली की रहने वाली बेटी को यूपीएससी में सफलता मिलने में 6 साल का वक्त लग गया। इस सफर के दौरान उन्होंने कई कठिन परिस्थितियों का सामना किया और उनका डटकर मुकाबला किया। रिश्तेदारों ने उनको ताने भी मारे, लेकिन परिवार वालों का सपोर्ट से उन्हें आगे बढ़ने हौसला मिला।

आखिरकार उन्होंने अपनी गलतियों को सुधारा और कामयाबी प्राप्त कर ली। नूपुर का सफर संघर्षो से भरा हुआ था। नूपुर पहले प्रयास में इंटरव्यू तक पहुंची और दूसरे में प्री भी नहीं पास कर पाईं। तीसरे में फिर इंटरव्यू तक पहुंची और चौथे में फिर से प्री भी नहीं पास कर पाईं। पांचवे में फिर इंटरव्यू दिया लेकिन फाइनल लिस्ट में नाम नहीं आया। उन्होंने हार नही मानी।

अपने सपनो को मजबूत बनजाये रखा लोगो के ताने सुनकर अपने सपने को टूटने नही दिया। अपने आखिरी कोशिश में उन्हें सफलता मिली और वे सीधे टॉप टेन की सूची में शामिल हुईं। नूपुर (Nupur Goel IAS) का यह सफर बहुत मुश्किल था पर कुछ बात थी, उनमें जो हर बार गिरकर उठती रही लेकिन कभी छोड़ने करने की नहीं सोची।

नूपुर बताती हैं की कॉलेज के आख़िरी वर्ष में उनके सीनियर्स और फैकल्टी ने उन्हें UPSC सिविल सेवा परीक्षा के बारे में बताया। नूपुर का दिमाग उसी समय एक सिविल सेवक बनने की ओर गया और इसी के चलते वह अपने कॉलेज के प्लेसमेंट ड्राइव में भी नहीं गयी। उनके लिए उनका उद्देश्य साफ़ था और इसीलिए कॉलेज के आखिरी साल में ही उन्होंने अपना पहला UPSC अटेम्प्ट देने का फैसला किया।

नूपुर ने 2014 में अपना पहला UPSC सिविल सेवा अटेम्प्ट दिया जिसमें वह इंटरव्यू स्टेज तक पहुंची। हालाँकि फाइनल कट ऑफ में उनका चयन नहीं हो पाया। उन्होंने अपनी असफलता को अपनी अगली सीढ़ी बनाकर उसपर चलना फिर शुरू कर दिया। कभी अपनी असफलता से डरी नही। हमेशा अपने लक्ष्य का पीछा किया। 5 बार असफल होने पर लोगो ने बहुत ताने दिए लेकिन उनकी बात को ना सुनते हुये अपने लक्ष्य को पाने के लिए डटी रही, उनको अपनी मेहनत पर पूरा भरोसा था। परिवार वालो ने भी उनका हर पल साथ दिया। उनके होसलो को मजबूत बनाये रखा।

नूपुर गोयल (IAS Nupur Goel) कहती हैं कि यूपीएससी में जाने से पहले यह निश्चित करें कि आपको इस क्षेत्र में क्यों जाना है। अपना लक्ष्य बनाकर उसे लिखकर अपनी टेबल पर टांग लें। जब भी आप अपनी वजह को देखेंगे, तो उससे आपका हौसला मजबूत होगा। नूपुर कहती हैं कि कभी भी आपको असफलताओं से नहीं घबराना चाहिए और खुद पर यकीन रखना चाहिए।

आपको अपने परिवार का साथ मिलेगा तो आप और भी बेहतर करने के लिए प्रेरित होंगे। आप यूपीएससी (UPSC Exam) की तैयारी के लिए रणनीति बनाएं और उसमें जुट जाएं। जब भी आपको सफलता मिले, तो उसके बाद यह जरूर देखें कि कोई कमी कहां रह गई। दूसरे प्रयास में अपनी कमियों को सुधारें और बेहतर करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here