Agar Malwa: हर व्यक्ति चाहता है कि वह एक ऐसा काम करें जिसके बारे में आगे पीछे टोकने वाला कोई ना हो। ऐसे में लोगों को खुद का काम ही पसंद आता है। किसी की नौकरी करना और बॉस को झेलना हर किसी के बस की बात नहीं होती है इसीलिए लोग खुद का व्यापार करना या छोटा मोटा स्टार्टअप करना प्रारंभ कर देते हैं।
जरूरी नहीं होता कि बड़ी-बड़ी डिग्री लेने वाला आदमी छोटा काम नहीं कर सकता, कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता और सबसे बड़ी बात यह है कि बड़ी सफलता को छूने के लिए सीढ़ियां प्रारंभ से ही चलनी होती है। इन्हीं बातों को सार्थक कर एक युवक ने पशुपालन से करोड़ों रुपए कमाना प्रारंभ कर दिए हैं।
जी हां दोस्तों बीटेक (Btech) गाय वाले के नाम से प्रसिद्ध एक युवक ने बीटेक की डिग्री हासिल कर पशुपालन (Animal husbandry) कर अपने कारोबार को सातवें आसमान में पहुंचाया है। इस व्यक्ति का उद्देश्य गायों (Cows) को सुरक्षित जगह देना और आम नागरिकों तक गाय का दूध पहुंचाना है। तो आइए जाने की किस प्रकार इस युवक के दिमाग में यह आइडिया आया।
मात्र 4 वर्ष में एक करोड़ के पार हुआ सालाना टर्नओवर
यह युवक मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) राज्य के अंतर्गत आने वाला आगर मालवा (Agar Malwa) जिले का रहने वाला है। यह युवक पेशे से इंजीनियर है, परंतु इसने इंजीनियरिंग को छोड़ पशुपालन को चुना यह व्यक्ति शुरू से चाहता था कि यह स्वयं का कार्य करें, इसीलिए उसने पशुपालन को अपना व्यापार बनाया।
उसके दिमाग में केवल दो बातें ही चलती थी, पहली अन्य लोगों से अलग काम करना है और दूसरा समाज में रहने वाले लोगों को ज्यादा से ज्यादा फायदा उसके काम के माध्यम से देना।
उन्होंने अपना काम प्रारंभ किया और मात्र 4 वर्षों में उनका कारोबार करोड़ों रुपए के पार पहुंचा है, वह 1 साल में करीब 100000 RS का टर्नओवर करते हैं। यह काम केवल उस युवक की मेहनत और विश्वास की बदौलत हो पाया है।
मात्र 8 गायों से प्रारंभ किया अपना कारोबार
आगर मालवा जिले के अंतर्गत आने वाला मोडी गांव जहां के निवासी अनिल पाटीदार पढ़े-लिखे युवा है। उन्होंने वर्ष 2014 में भोपाल से अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई संपन्न की है। पढ़ाई पूर्ण करने के पश्चात उनके पास मात्र दो ऑप्शन थे, पहला किसी कंपनी में नौकरी करना और खुद का काम प्रारंभ करना। तो उन्होंने अपने दूसरे विकल्प को चुना और अपने काम में जुट गए।
अनिल पाटीदार (Anil Patidar) ने अपना व्यापार मात्र 8 गायों के पालन से शुरू किया। जैसे-जैसे समय बीतता जा रहा है, वैसे-वैसे अनिल के व्यापार में बढ़ोतरी भी होती जा रही है, वर्तमान समय में वे 100 से ज्यादा गायों का पालन कर रहे हैं।
हर नस्ल की है गाय उनके फार्म हाउस में
शुरुआत में अनिल को इस कार्य को करने में काफी दिक्कत होती थी। क्योंकि वह एक पढ़े लिखे थे और लोगों ने उनके काम के प्रति काफी बातें भी बनाएं। परंतु उन्होंने उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया। शुरुआत में 8 गाय खरीदी उसके बाद उनका रुझान पशुपालन की तरफ बढ़ने लगा तो उन्होंने धीरे-धीरे और गाय खरीदना प्रारंभ किया।
आज की स्थिति में अनिल के पास तरह-तरह की नस्ल की 100 से ज्यादा गाय हैं। हिंदू धर्म के मुताबिक गाय को माता का स्वरूप माना जाता है। ऐसा कहा गया है कि एक गाय में 36 कोटी के देवता विराजमान है, इसीलिए अनिल स्वयं गाय के दूध को दोहते हैं, खुद उनके खाने-पीने का इंतजाम करते हैं। हालांकि एक साथ इतनी सारी गायों का दूध निकालना आसान बात नहीं है, इसीलिए अनिल दूध निकालने वाली मशीन का इस्तेमाल करते हैं।
अनिल के फार्म हाउस में पूरी व्यवस्थाएं हैं
अनिल बताते हैं कि उन्होंने अपने फार्म हाउस में गायों के लिए अच्छी तरह व्यवस्था की हुई है गर्मियों के मौसम में फार्म हाउस में गायों के लिए पंखे चलते हैं और ठंडी के मौसम में हीटर की भी व्यवस्था की गई है। साथ ही गाय के खाने पीने के लिए भी उच्च व्यवस्था की गई है। जिससे उन्हें किसी भी तरह की परेशानी ना उठाना।
आगे अनिल कहते हैं कि इस व्यापार से उन्हें पैसे तो मिल ही रहे हैं, साथ ही गौ माता की सेवा करने का मौका भी मिल रहा है, हालांकि यह काम अकेले करना संभव नहीं है, इसीलिए उन्होंने कुछ लोगों को अपने साथ काम पर रखा है। उनका कहना है कि लोग मिलावटी और केमिकल युक्त दूध से बच सके, इसीलिए उनकी यह एक प्रकार की मुहिम भी है।