Kainchi Dham: दोस्तों हमारे भारतवर्ष में ढेरों संतो ने जन्म लिया। यह संत अपनी सिद्धियों एवं स्प्रिचुअल शक्तियों के लिए जनमानस में प्रतीक के तौर पर स्थापित हुए। कुछ संत ऐसे थे, जिन्होंने धर्म से चलने का सदमार्ग सिखाया, कुछ संतो ने सामाजिक व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए उपदेश दिए और वही एक संत ऐसे भी हुए जिन के आशीर्वाद से लोगों की जिंदगी रातों-रात बदल गई।
हम बात कर रहे हैं नीम करोली बाबा (Neem Karoli Baba) की जिनका आश्रम कैंची धाम (Kainchi Dham Ashram) के नाम से प्रसिद्ध हुआ। पिछले 100 सालों में आम लोगो से लेकर राजनेता तक बड़े-बड़े स्पोर्ट्समैन, अभिनेता एवं विदेशों से आने वाले कई ऐसे आंत्रप्रेन्यर भी आए, जिन्होंने पूरी दुनिया में राज किया।
उन सब के पीछे नीम करोली बाबा का ही आशीर्वाद है। बाबा जी ने कई साल पहले 5 लक्षण (5 Signs Of Good Days) बताए थे, यदि आपके जीवन में घट रहे हैं, तो इसका अर्थ होगा कि आपके जीवन खुशियों से भरने वाला है। बताया जाता है कि बाबा का जन्म अकबरपुर में सन 1900 में हुआ था।
पहला लक्षण है स्वप्न में पितरों का दर्शन होना
हर इंसान सपने देखता है। ज्यादातर सपने ऐसे होते हैं, जिनके कोई सर पैर नहीं होते अर्थात क्या देखा, कहां हुआ कैसे हुआ कुछ समझ में नहीं आता। परंतु कुछ सपनों के बहुत मायने होते हैं, जैसे यदि सपने में आप अपने पूर्वजों एवं पितरों को देख रहे हैं, तो यह एक अच्छा शगुन हो सकता है। बशर्ते आपके पितृ आपको बेहतर और खुश परिस्थितियों में दिखाई दे।
जैसे वह आपको आशीर्वाद दे रहे हैं, या आप की तरफ देख कर मुस्कुरा रहे हैं या ऐसा ही कोई सुख का पल यदि आप अपने स्वप्न में पितरों के साथ व्यतीत कर रहे हैं, तो इसका सीधा अर्थ है की पितृ देव एक पुण्यात्मा की तरह आपका साथ दे रहे, जिससे आपका भविष्य निश्चय ही चमकने वाला है।
दूसरा लक्षण है किसी पक्षी का आपके घर में स्वतः ही आना
वैसे पक्षियों की चहचहाहट किसे अच्छी नहीं लगती। हम कहीं बैठे हो और आसपास अगर चिड़िया जैसे छोटे बड़े पक्षी आवाज करते हैं, तो हम अक्सर खो से जाते हैं, उनकी इस मीठी चहचहाहट में। ठीक वैसे ही यदि चिड़िया या गोरैया जैसी छोटी पक्षी खुद से आपके घर के अंदर प्रवेश करते हैं।
यदि छोटी पक्षी दरवाजे या छत की मुंडेर पर बैठकर चहचहाहट करते हैं, तो यह एक बड़े सकारात्मक बदलाव का इशारा है। इससे आपके अंदर एनर्जी बढ़ेगी और निकट भविष्य में बड़े फायदे होने की उम्मीद हो सकती है।
भक्ति एवं पूजा पाठ के दौरान भावुक होकर आंसुओं का निकलना
दोस्तों आपने अक्सर देखा होगा कि जब कोई पूजा पाठ भक्ति में तल्लीन हो जाता है, तो कभी-कभी उनकी आंखों से आंसू भी गिरने लगते हैं। यह वह सिचुएशन है जब एक भक्त भगवान से अपना सीधा जुड़ाव महसूस करता है और वास्तव में यही वह संकेत है कि, ऊपर वाले ने अपने आप को आप से जोड़ रखा है।
ईश्वर के समक्ष केवल प्रार्थना ही ना करे बल्कि ध्यान भी लगाए। प्रार्थना में हम ईश्वर से बात करते हैं जबकि ध्यान में ईश्वर हमसे बात करते हैं।
जय गुरुदेव
👏🏻 pic.twitter.com/UvJLS5PIvM— Neem karoli Baba Family (@NeemKaroliiBaba) February 2, 2023
आप एक निश्चल बच्चे की तरह अपने इष्ट और भगवान से भक्ति के रूप में उनके करीब महसूस करने लगते हैं। अगर ऐसा आपके साथ होता है, तो यकीन मानिए भगवान आपको इशारा दे रहे हैं कि, आप अपनी भक्ति को आगे बढ़ाते रहिए अपने आप आपका सौभाग्य चमक उठेगा।
अनायास ही चलते फिरते किसी साधु या संत के दर्शन मिलना
दोस्तों साधु और संत ऐसे साधक होते हैं, जो अपने अध्यात्म के बल पर अपने इष्ट एवं भगवान से पूरे समय जुड़े होते हैं। इनका तपोबल इतना बढ़ जाता है कि, अगर यह भगवान से अपने भक्तों के लिए कुछ मांगे तो ईश्वर कभी मना नहीं कर पाता, इसे गुरु कृपा भी बोलते हैं।
🌺राम राम 🌺 pic.twitter.com/vpudgpIKXn
— Neem karoli Baba (@neebkarolibaba) February 3, 2023
यदि आपको आते जाते कही भी रास्ते में किसी पहुंचे हुए संत के दर्शन मिल जाए तो यह भी एक सौभाग्य है। ऐसे में उन ऋषि या संत का सानिध्य लेने पर जो भी विपत्तियां जीवन में चल रही है, वह संत के आशीर्वाद से टल जाती हैं और ईश्वर सीधा आप पर कृपा करता है। तो ऊपर दिए गए कोई भी इत्तेफाक यदि आपके साथ हो रहे हैं, तो इसका सीधा सा अर्थ होगा कि, आने वाले समय में आपका भविष्य सूरज की तरह चमकने वाला है।