
Barmer: हर व्यक्ति के अंदर एक छुपी हुई कला है, जिसे मंच के मिलते हैं, बाहर रिवील कर देता है। दोस्तों देश में काफी सारे ऐसे लोग हैं जो अपने अंदर के टैलेंट को बहुत जल्द नहीं पहचान पाते परंतु जब पहचानते हैं तो पूरी दुनिया में एक धमाका कर देते हैं।
अक्सर देखा गया है कि लड़कों को ज्यादातर कंप्यूटर और उससे जुड़ी चीजें काफी ज्यादा पसंद आती है, कई बार देखा गया है कि लड़के आईटी के क्षेत्र में इतने ज्यादा इंवॉल्व हो जाते हैं कि उन्हें साइबर और आईटी से जुड़ी हर चीज चुटकी बजाते ही बन जाती है। कंप्यूटर एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक युक्ति है, जो व्यक्ति को काफी ज्यादा स्मार्ट बना देता है।
काफी सारे लोग ऐसे हैं, जो कंप्यूटर शौक शौक में सीखते हैं और यही कंप्यूटर (Computer) उनका कामयाबी का हथियार बन जाता है। ऐसा ही कुछ राजस्थान के रहने वाले जेताराम चौधरी (Jetaram Choudhary Story) के साथ भी हुआ। जब उन्होंने 215 लाख रुपए का व्यापार खड़ा कर दिया। तो चलिए जाने किस तरह जेताराम ने इस व्यापार को शुरू किया।
सफल व्यापारी जेताराम चौधरी की कहानी
एक रिपोर्ट के अनुसार जेताराम राजस्थान (Rajasthan) के बाड़मेर (Barmer) जिले के रहने वाले हैं। जेताराम चौधरी को बचपन से ही टेक्नोलॉजी की दुनिया में काफी पसंद थी। कंप्यूटर के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते थे परंतु गरीबी उन पर बहुत बुरी तरह हावी थी, जिसके चलते हुए कंप्यूटर का अच्छे से अच्छा एजुकेशन नहीं ले सकते। परंतु उनका शौक और उनकी चाहत सिर्फ एक थी, वह है कंप्यूटर में महारत हासिल करना।

वे शुरू से चाहते थे कि उनकी कंप्यूटर में दक्षता काफी मजबूत हो परंतु उनके घर के हालात ऐसे नहीं थे कि वह कंप्यूटर में अपनी दक्षता को मजबूत कर सकें। उन्होंने पहली बार कंप्यूटर अपने पड़ोसी के घर में देखा जब पड़ोस के घर में माता पिता ने अपने बच्चों की शिक्षा के लिए कंप्यूटर खरीदा। उस समय जेताराम कक्षा 12वीं में थे और अपने स्किल को डिवेलप करने के बारे में सोच रहे थे।
ASB Digital Solutions के फाउंडर है जेताराम
आपको बता दें जेताराम चौधरी आज एबीएस डिजिटल सॉल्यूशन (ABS Digital Solutions) के मालिक हैं और यही मालिक एक समय दो वक्त की रोटी के लिए मोहताज हुआ करता था। जेताराम शुरू से ही पढ़ने लिखने में काफी एक्टिव रहे हैं, परंतु उनके घर की आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से उन्हें कभी अच्छी तरह से शिक्षा प्राप्त नहीं कर सके।
उन्हें बड़े लोगों की तरह कोचिंग में पढ़ना काफी पसंद था, परंतु उनके पास इतना पैसा नहीं था कि वे कोचिंग जाकर अपना शौक पूरा कर सके। यह कंडीशन जैतारण की टर्निंग प्वाइंट थी। उन्होंने कुछ करने की ठानी उन्होंने कंप्यूटर के क्षेत्र में खुद को महारत हासिल दिलाने के लिए एक कंप्यूटर सेंटर में काम करना शुरू किया और वहीं से कंप्यूटर भी सिखा।
पता है बस कंडक्टर
सोशल मीडिया पर जेताराम चौधरी की तस्वीर ट्विटर पर काफी ज्यादा वायरल हो रही है, इस तस्वीर को आजाद मालिया द्वारा शेयर की गई है। साथ ही इस तस्वीर के कैप्शन में लिखा है कि बाड़मेर के बेटे ने 11000 युवाओं को दी नौकरी 214 करोड रुपए की कंपनी के मालिक हैं जेताराम चौधरी।
Wedding Vibes🥂#nagaur #wedding #fridaymorning pic.twitter.com/o8Sv5wjywx
— Jeta Ram Choudhary (@jetarambarmer) January 27, 2023
जानकारी के अनुसार जेताराम जो आज करोड़पति बन गए हैं, उनके पिता एक समय पर बस में कंडक्टर (Bus conductor) की करके अपना परिवार पालते थे। दिन रात बसों की धक्का खाकर व केवल अपने परिवार को दो वक्त का खाना ही दे पाते थे। घर की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए जेताराम ने खुद से एक दृढ़ निश्चय किया और मेहनत में जुट गए आज उनकी मेहनत सफल हुई और आज भी करोड़पति बन गए हैं।
जाने एबीएस डिजिटल सॉल्यूशन के बारे में
मिली जानकारी के अनुसार एबीएस डिजिटल सॉल्यूशन नाम से या कंपनी वर्ष 2018 में रजिस्टर की गई थी। देखते ही देखते यह कंपनी 215 करोड रुपए की कंपनी बन गई है। आपको बता दें इस कंपनी में आधार केवाईसी (Aadhaar KYC), बिल भुगतान, मनी ट्रांसफर (Money Transfer), मिनी एटीएम, टिकट बुकिंग ई-मित्र जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं।
बाड़मेर निवासी जेताराम जी कहानी हम सभी के लिए प्रेरणादायक हैजेताराम के अटल इरादों की वजह से आज सफलता उनके कदम चूम रही है,मात्र19वर्ष की आयु में डिजिटल कम्पनी के रूप में व्यवसाय शुरु कर नये आयाम स्थापित करने वाले #बाड़मेर के जेताराम को उनकी सफलता के लिए हार्दिक बधाई@jetarambarmer pic.twitter.com/3j5jlx70Gn
— Ravindra jakhar vbj (@RavindraJakharS) January 10, 2020
शुरुआत में जेताराम चौधरी एक अकेले ही थे, जो इस कंपनी को चला रहे थे, परंतु आज की स्थिति में 4000 से भी ज्यादा इस कंपनी की फ्रेंचाइजी है, जो भारत के अलग-अलग कोनों में स्थापित की गई हैं और इस कंपनी का मुख्यालय जोधपुर में है।