Jaunpur: इंटरनेट की ताकत को कौन नहीं जानता बात छोटी हो या बड़ी यदि लोगों के इंटरेस्ट की हो तो रातों-रात वायरल हो जाती है दुनिया के कोने-कोने में और लोग इसके जरिए आज घर बैठे लाखों रुपए तक कमा रहे हैं।
यूट्यूब पर ढेरों लोग हैं जो अपने चैनल के जरिए भोजन बनाने की बेहतर से बेहतर टिप्स सिखा रहे हैं और इसी में शामिल हो गया है। आज एक नया नाम श्रीमती शशि कला चौरसिया (Shashikala Chaurasia) है, जो एक सफल वीडियो ब्लॉगर है और यू-टूब चैनल अम्मा की थाली (Amma Ki Thaali) चला रही है। उनकी कहानी आपको प्रेरित करने के लिए काफी है।
यह कहानी निकली है उत्तर प्रदेश के पूर्व में स्थित जौनपुर के एक छोटे से गांव से
जानकारी के अनुसार श्रीमती शशि कला के ग्राम का नाम है रुखवा जोकि जौनपुर उत्तर प्रदेश में स्थित है आजसे कुछ वर्ष पहले तक शायद ही कोई इस ग्राम को जानता होगा, परंतु अपने चैनल के जरिए शशि कला जी ने लोगों को सिखाएं स्वादिष्ट भोजन बनाने के बहुत सारे टिप्स।
महज पांचवी क्लास तक पढ़ी 50 वर्षीय श्रीमती शशि कला का चैनल “अम्मा की थाली” के इंटरनेट क्रांति के चलते 18 लाख से भी ज्यादा यूट्यूब के सब्स्क्राइबर्स बन चुके हैं। इससे यह प्रेरणा मिलती है कि यदि आपके पास हुनर है, तो आप किसी भी उम्र में किसी भी स्थान से सफल हो सकते हैं भले आप पढ़े लिखे हो या ना हो।
शशिकला जी अपने हाथ के बनाए खाने के लिए 30 सालों से प्रसिद्ध है अपने गांव में
शशि कला जी पिछले 30 वर्षों से अपने परिवार के लिए लगातार खाना बनाती आ रही है और उनके हाथों में ऊपर वाले ने गजब का स्वाद दिया है पूरे गांव में जो भी उनके हाथ का भोजन करता वह उंगलिया चाट जाता जिसके चलते परिवार में या गांव के आसपास होने वाले किसी भी कार्यक्रम में उनसे ही सलाह ली जाती की कैसे भोजन को स्वादिष्ट बनाया जाए।
वह एक छोटे से ग्राम से आती थी और ज्यादा पढ़ी-लिखी भी नहीं है इस वजह से इतनी हुनरमंद होते हुए भी कोई बड़ा मुकाम हासिल नहीं कर पाए ना ही कोई पहचान, परंतु उनके बेटों ने सोचा कि क्यों ना अब मम्मी के इस हुनर को दुनिया तक पहुंचाया जाए।
बेटों ने मिलकर शुरू किया यूट्यूब चैनल
श्रीमती शशि कला के बेटे चंदन के अनुसार जब उनके गांव में तेज इंटरनेट की क्रांति आई तो उन्होंने पाया कि लोग यूट्यूब पर चैनल के जरिए तरह-तरह के हुनर को परोस रहे हैं एवं घर बैठे ही लाखों रुपए कमा भी रहे हैं, इसी से उनको प्रेरणा मिली कि क्यों ना मैं भी अपने मां के हाथ के बनाए हुए भोजन की रेसिपी को दुनिया तक पहुंचा के उन्हें एक पहचान दिलाऊ।
जब बात आई यूट्यूब चैनल के नाम की तो चंदन ने देखा एक से एक फैशनेबल फूड चैनल है, परंतु जब बात स्वाद की हो तो लोगों को मां के हाथ का खाना ही याद आता है इसलिए क्यों ना चैनल का नाम “अम्मा की थाली” (Amma Ki Thaali) रखा जाए।
आटे की बर्फी कैसे बनाएhttps://t.co/9TOcvooRio pic.twitter.com/NosUrf2FUD
— Amma Ki Thaali (@ammakithaali) September 8, 2022
हालांकि शशि कला जी अपने ग्रामीण परिवेश के चलते शुरुआत में बिल्कुल भी तैयार नहीं थी, अपने वीडियोस बनवाने में परंतु बच्चों ने यह कहकर मना लिया कि हम सिर्फ आपके खाना बनाने का ही वीडियो बनाएंगे आपके चेहरे का नहीं।
आम के अचार ने पूरी दुनिया में धमाल कर दिया
बातचीत के दौरान चंदन ने बताया कि 2016 में शुरुआत की पहला वीडियो खीर बनाने की रेसिपी के साथ फिर 2017 में भी कुछ वीडियोस डालें परंतु इसमें ज्यादा व्यूज नहीं आ रहे थे और ना ही लोग चैनल को सब्सक्राइब कर रहे थे, इससे उन्हें थोड़ा निराशा तो हुई पर उन्होंने हार नहीं मानी।
Thank You Everyone pic.twitter.com/uYlZRxqDpA
— Amma Ki Thaali (@ammakithaali) September 10, 2022
अपने काम को आपस में बांट रखा था, जहां चंदन यूट्यूब चैनल (Youtube Channel) को मैनेज करते थे वही एक भाई का काम था वीडियो बनाना एवं तीसरे भाई का काम था, उस वीडियो को ठीक से एडिट करना। फिर आया वह दिन जब आम के अचार बनाने का एक वीडियो शूट किया गया और देखते ही देखते यह वीडियो भारत से लेकर अमेरिका के कई शहरों तक देखा गया।
आज यूट्यूब चैनल के 18 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर है, इस चैनल के और 5 करोड़ से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं अम्मा की थाली। इस चैनल से लगभग 60000 Rs से ज्यादा की आमदनी होती है। आज शशि कला चौरसिया जी को सीधे उन्हीं के खाते पर इनकम की रकम आ जाती है।