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Sri Ganganagar: कहते हैं यदि हौसला बुलंद हो तो इंसान कुछ भी कर गुजरता है। जरूरी नहीं होता कि एक धनवान व्यक्ति ही सफल होता हो, गरीबी से उठकर भी इंसान सफल होता है। कहते हैं यदि व्यक्ति गरीब पैदा हुआ है तो उस व्यक्ति की गलती नहीं है, परंतु यदि वह व्यक्ति हमेशा गरीब ही रह जाता है और अपना सारा जीवन गरीबी में ही बिता दे तो उसमें उस व्यक्ति की गलती है, क्योंकि मेहनत के बल पर हर चीज हासिल की जा सकती है।
इस बात का प्रमाण उन सभी लोगो ने दिया जो मेहनत के बलबूते पर आज सफल हुए हैं और सफल लोगों में उनकी गिनती हुई है। भारत देश में लाखों लोग ऐसे हैं, जिन्होंने अपना कैरियर जीरो से शुरू किया और वह हीरो भी बने हैं।
ऐसे अधिकारी हैं जिन्होंने गरीब परिस्थितियों से निकलकर आसमान को छुआ है इन्हीं में शामिल है, पूजा नायक (Pooja Nayak) जिन्होंने अपने जीवन में काफी ज्यादा संघर्ष किया और आखिर में सफलता ने उनके कदम चूमे। तो आइए जाने पूजा नायक के सफलता की कहानी।
झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाली लड़की बनी आईएएस अधिकारी
पूजा नायक बहुत ही गरीब परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनका जीवन झुग्गी झोपड़ियों (Slum Huts) में बीता है। इसके बावजूद आज भी उस मुकाम को हासिल कर पाएंगे जिसका सपना हर युवा देखता है।
उन्होंने इस बात को गलत साबित किया है कि झुग्गियों में रहने वाले लोग आईएएस अधिकारी नहीं बन सकते और गरीबों को सफलता नहीं मिल सकती। यह पूरी तरह गलत साबित किया है। राजस्थान के श्रीगंगानगर (Sri Ganganagar) रेलवे स्टेशन के पास बनी झोपड़ियां पूजा नायक का घर है।
वह उन्हीं झोपड़ियों में रहकर पली-बढ़ी है और उसी झोपड़ी से निकलकर उन्होंने आईएएस अधिकारी (IAS Officer) जैसी सफलता को प्राप्त किया है। 5 वर्ष की आयु में पूजा नायक ने अपने पिता को खो दिया था, पूजा की मां ने उन्हें पढ़ाया लिखाया और इस काबिल बनाया। पूजा की मां का त्याग का फल आज उन्हें प्राप्त हो रहा है।
स्ट्रीट लाइट की रोशनी में करती थी पढ़ाई
देश में कुछ ऐसे परिवार भी हैं जिन्होंने अपना जीवन अंधेरे में बिता दिया कुछ जीवन तो उस अंधेरे में गुम से हो गए। पूजा ने स्ट्रीट लाइट के नीचे बैठकर अपनी पढ़ाई की वे बचपन से ही पढ़ाई लिखाई में काफी होनहार छात्रा रही है, जिस वजह से पूजा की मां ने मजदूरी करके अपने बच्चों का पालन पोषण किया और उन्हें शिक्षित भी किया।
#Shriganganagar गरीब दलित परिवार की बेटी पूजा नायक बनी IAS,रेलवे पटरियों के पास झोपड़ियों में रहती है,मां ने मेहनत-मजदूरी कर पढ़ाया पूजा को pic.twitter.com/R5VPIOGSBv
— ZEE Rajasthan (@zeerajasthan_) May 27, 2017
पूजा ने अपनी मां की मेहनत को जाया नहीं होने दिया उन्होंने अपनी मां को बेहतर जिंदगी देने के लिए आईएएस अधिकारी बनने का रास्ता चुना और वे सफल हो गई। देश के हर आईएएस अधिकारी की कहानी कुछ इस तरह ही है जिसने काफी संघर्षों के बाद उस मुकाम को हासिल किया है।
झुग्गी के बच्चों के लिए बनी प्रेरणा पूजा नायक
पूजा नायक के संघर्षों से भरी कहानी (IAS Pooja Nayak Story) के बारे में जानकर हर युवा उत्साह से भरा है। झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाली पूजा नायक ने अपने आसपास के ढेरों लोगों को अपने जीवन में संघर्ष करने के लिए प्रेरित किया है।
झोपड़ पट्टी में रहने वाली दलित गरीब परिवार की बेटी पूजा नायक बनी IAS जो राजस्थान के जिले श्री गंगानगर की है 🌷 बधाई pic.twitter.com/DjBt31UD2p
— LokeshKwt.💙 (@lokesh_kwt) May 28, 2017
पूजा की कहानी को जानकर सुभाष नगर और नाहर पारा में झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले बच्चों को सिविल सेवा परीक्षा UPSC के प्रति जागरूक करने और उन्हें सुविधा प्रदान करने के लिए कैंपों का आयोजन किया गया है। इस कैंप के दौरान बच्चे आईएएस अधिकारी पूजा नायक के संघर्ष से लेकर उनके अधिकारी बनने तक के सफर के बारे में बताया जाता है जिससे बच्चों को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिले।
पूजा की प्रेरणा भरी कहानी
समाजसेवी सावित्री जगत का कहना है, पूजा नायक हर उस बच्चे के लिए एक प्रेरणा है, जो सफल तो होना चाहता है, परंतु मेहनत करने से कतराते है। पूजा उन लोगों के लिए उदाहरण बनी जो सब कुछ होने के बावजूद भी सफल नहीं हो पाती और अभाव का रोना रोते रहते है।
राजस्थान बंजारा समाज की पूजा नायक 135 वी रैंक से IAS बनी बहुत-बहुत बधाई पूजा नायक को आईएएस बनने पर pic.twitter.com/OrG3Dt2Ppp
— Vimal Kumar Keshawat (@VimalKu60171514) October 13, 2018
सावित्री देवी कहती है कि वे पूजा नायक की इस सफलता से बेहद खुश हैं और उन्हें उनके उज्जवल भविष्य के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं दी। पूजा ने अपनी शुरुआती शिक्षा अपने घर से ही प्रारंभ की।