
Jodhpur: आर्गेनिक खेती करना आज आवश्यकता बन गई है। क्योंकि परंपरागत खेती में अब रासायनों का अधिक उपयोग हो रहा है जिस कारण मृदा की उर्वरा कम होती जा रही है। ऐसे बहुत से लोग है इस दुनिया में, जोकि आर्गेनिक खेती के बारे में सुनते तो रहते है पर उसे करते नहीं है।
आज की हमारी कहानी एक ऐसे बैंकर कि है जिसने अर्गेनिक खेती (Organic Farming) के बारे में सिर्फ सुना नहीं। बल्कि उसे करने का भी डिसिजन लिया। सबसे पहले उस बैंकर ने अर्गेनिक खेती के संबंध में बहुत सारी रिसर्च की उसके बाद में जैविक खेती करके दूसरे किसानों को भी जैविक खेती के गुण सिखाये। आज वह बैंकर हर साल लगभग 1 करोड़ रूपये कमाता है। आखिर कौन यह बैंकर आइये जानते है।
अपनी नौकरी छोड़ राजस्थान के व्यक्ति ने की आर्गेनिक खेती
हर किसी का सपना पढ़ लिखकर आज नौकरी करना हो गया है। खेती हो या बिजनेस इसमें रिस्क बहुत ही कम लोग लेते है। क्योंकि नौकरी लोगों को आसान लगती है। इसमें रिस्क लोगों को बहुत ही कम नजर आता है।
बहुत ही कम ऐसे लोग दुनिया में है जो अपनी एक अच्छी खासी जमी हुई नौकरी को छोड़ देते है तथा उसके बदले में खेती को चुनते है। लेकिन जोधपुर के रहने वाले खुशबू और ललित ने ऐसा करके अपनी अलग छाप लोगों के मन में बना ली है।
पति पत्नी दोनों ही करते थे जॉब
आपको बता दे कि ललित (Lalit) ने एमबीए किया हुआ है तथा वह बैंक में जॉब (Bank Job) भी किया करते थे। वही उनकी पत्नी जिनका नाम खुशबू है वह एक चार्टर्ड अकाउंटेंट थी। लेकिन इन दोनों पति पत्नी ने आगेर्निक खेती के बारे मे जानकर उसे करने का डिसिजन ले लिया।
इन दोनों ने अपनी जॉब सबसे पहले छोड़ी उसके बाद में खेती करने लगे। खेती (Farming Business) करने इन दोनों अच्छा खासा मुनाफा भी प्राप्त किया। आज वह जो पैटर्न बनाते है, उस पर चलकर किसान बहुत ही ज्यादा मुनाफा कमाते है।
पुणे में देखा था पॉलीहाउस बनाते वही से खेती करने का देखा सपना
प्रांरभ में ललित जब जॉब किया करते थे। तब उन्होंने सिर्फ आर्गेनिक खेती क्या होती है इसके विषय में सुना था। लेकिन उन्होंने इसके फायदे को जानते हुये इसे करने का निर्णय लिया। सबसे पहले उन्होंने जैविक खेती पर पूरी रिसर्च की।

ललित का कहना है कि जब वह MBA कर रहे थे उस समय पॉलीहाउस तथा ग्रीनहाउस क्या होती है, कैसे इसे बनाया जाता है, इसके बारे में वही पूणे में देखा था। वह बताते है कि जब उन्होंने पूणे में किसानो को पॉलीहाउस तथा ग्रीनहाउस बनाते देखा था तब ही उनके मन में यह ख्याल आया था कि काश वह भी ऐसी नर्सरी बनाकर बिजनेस करते।
हर किसी की तरह वह भी पहले नौकरी के पीछे भा्गे। लेकिन बाद में अपनी पत्नी (Lalit’s Wife) के साथ में मिलकर उन्होंने अपना यह सपना पूरा कर लिया। ललित ने सबसे पहले पॉलीहाउस और ग्रीनहाउस बनाकर नर्सरी की शुरूआत की। उसके बाद मे ललित और उनकी पत्नी फल व सब्जियो को भी खेत में लगाने लगे।
हर साल कमाते है 1 करोड़
ललित बताते है कि इस आर्गेनिक खेती को शुरू करना उनके लिये प्रारंभ में इतना आसान नहीं था। क्योंकि जब वह अपने पिता से आर्गेनिक खेती के लिये अपनी जमीन जोकि पुश्तैनी थी। उसे मॉंगने गये तो उनके पिता ने इसकी इजाजत नहीं दी। लेकिन हर मॉं बाप की तरह अपने बेटे कि तरक्की हो यह सोचकर पिता मान गए। ललित ओर उनकी पत्नी ने जब बिजनेस शुरू किया तो 1 लाख की लागद लगाई थी। लेकिन आज वह हर साल के 1 करोड़ कमाते है।
राज्य मे घूमकर बताये जैविक खेती के गुण
ललित की पत्नी खुशबू ने अपने पति का साथ दिया। हालांकि खुशबू के लिये यह खेती करना बहुत ही नया था। फिर भी वह अपने पति के सपने को पूरा करने के उदृदेश्य से इसमें आ गई। आज वह वक्त है कि खुशबू पूरा बिजनेस देख लेती है। ललित को चिंता करने की बिल्कुल भी आवश्यकता नहीं होती है।
खुशबू कहती है कि राजस्थान (Rajasthan) में सूखा एक ऐसी समस्या है, जिससे कोई भी किसान निकल नही पा रहा है ऐसे में नए आइडिया लाकर खेती करना बहुत ही आवश्यक हो गया है। ताकि वह मुनाफा ज्यादा कमा सके।
वह बताती है कि आज तक वह लोग 60 से भी ज्यादा किसानों को आर्गेनिक खेती के गुण के विषय में बता चुके है तथा उन्हें प्रेरित कर चुके है। ललित भी कहते है कि पानी की कमी हो जाने के कारण अक्सर ही किसानो के हौसले टूटने लगते है।
ऐसे में वह ऑर्गेनिक खेती के बारे में जानकारी देकर किसानो को ज्यादा पेसे कमाने के तरीके राजस्थान में हर क्षेत्र में घूमकर बताते है। जिससे किसान भी अब आत्मविश्वास से भरकर इस खेती को कर रहे है ओर अपने परिश्रम के हिसाब से मुनाफा कमा रहे है।




