रिसेप्शनिस्ट बनी तो कभी टीचर, कनाडा में लाखों की नौकरी छोड बनी IPS अधिकारी: Success Story

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Pooja Singh IPS
A Positive and inspirational story of IPS Officer Pooja Yadav. Haryana Girl Pooja Yadav Sometimes did the work of receptionist and sometimes taught tuition, job in Germany and after became IPS of 2018 cadre in the second attempt.

Photo Credits: Twitter

Delhi: ज्यादातर युवाओं का सपना होता है कि उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद विदेश में नोकरी (Job) लग जाए और जमकर कमाई हो। एक बार विदेश में अच्छी नौकरी लगने के बाद हर कोई वहीं पर सेटल हो जाना पसंद करता है, मगर इस मामले में पूजा यादव कहानी सबसे अलग है। हरियाणा की रहने वाली पूजा यादव (Pooja Yadav) ने एम टेक करने के बाद कनाडा और जर्मनी में जॉब किया, लेकिन फिर ऐसा समय आया, जब उन्होंने जॉब छोड़ दी। अधिकतर स्टूडेंट्स कई मुश्किलों का सामना कर यूपीएससी पास करते है।

20 सितंबर 1988 को जन्मी पूजा यादव का बचपन हरियाणा (Haryana) में बीता। पूजा यादव ने गोधरा की एसपी डॉ. लीना पाटिल के अंडर में अपनी ट्रेनिंग पूरी की थी। ट्रेनिंग के बाद इन्हें सितम्बर 2020 में गुजरात के बनासकांठा जिले के थराद में एएसपी के रूप में पहली पोस्टिंग मिली। ये थराद में नियुक्त होने वाली पहली महिला आईपीएस हैं।

पूजा कहती हैं कि जब वे जर्मनी में नोकरी कर रही थीं तो उन्हें अहसास हुआ कि वे जर्मनी के विकास में योगदान दे रही हैं। उनके अंदर अपने देश के लिए कुछ करने की सोच थी। इस सोच ने उनकी जिंदगी बदल दी। वे देश के लिए कुछ करना चाहती थीं। ऐसे में जॉब छोड़कर इंडिया आई और यूपीएससी की तैयारियों में जुट गईं।

पूजा यादव (Pooja Yadav) को उनके परिवार ने हमेशा उनका हौसला बढ़ाया, हमेशा उनको आगे बढ़ने के लिए स्पोर्ट किया। लेकिन उन्हें आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ा। एम टेक करने के दौरान और यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) की तैयारी के लिए उनके पास पर्याप्त पैसे नही थे। लेकिन वो हार भी नही मान सकती थी अपने सपनो को पूरा करना था देश के लिए कुछ करना था। इस जज्बे ने उनके हौसले को कभी कम नही होने दिए।

पेसो की दिक्कत के बाद भी उन्होंने अपना फैसला नही बदला। पैसे के लिए उन्होंने कई तरह के काम किए। पूजा ने कभी बच्चों को कोचिंग पढ़ाई तो कभी रिसेप्शनिस्ट का काम किया। पूजा यादव की फैमिली की आर्थिक स्थित बहुत अच्छी नही है। उन्होंने अपने सपने को मजबूत बनाये रखा हर परिस्थिति का मुकाबला किया। पेसो की दिक्कत होने पर भी उन्होंने अपने सपने को पीछे नही छोड़ा। उन्हें अपने ऊपर भरोसा था कि वो एक दिन देश के लिए कुछ कर दिखाएंगी।

इसी हौसले ने उनको सफल भी बनाया। पूजा ने रिसेप्शनिस्ट का काम करके और बच्चों को कोचिंग पढ़ाकर एमटेक की पढ़ाई का खर्च निकाला। बायो टेक्नोलॉजी में इंडिया में नोकरी के अवसर कम मिलने पर पूजा विदेश चली गईं। कनाड़ा और जर्मनी में नोकरी करने लगी। पूजा यादव ने विदेश में नौकरी की लेकिन जब उन्हें लगा कि उन्हें देश के लिए कुछ करना चाहिए।

उन्होंने विदेश में अपनी नौकरी छोड़ दी। पूजा विदेश से नौकरी छोड़कर हिंदुस्तान वापस आ गईं और यूपीएससी की तैयारियों में अपना मन लगा लिया। आज पूजा यादव भारतीय पुलिस सेवा (Indian Police Service) में अधिकारी के तौर पर कार्यरत हैं। पूजा यादव की सक्सेस स्टोरी (Pooja Yadav Success Story) उन युवाओं के लिए एक प्रेरणा हो सकती है, जो विदेश में जाकर बस जाते हैं। लेकिन अपने देश के लिए कुछ करना चाहते है।

पूजा यादव (IPS Pooja Yadav) ने 18 फरवरी 2021 को आईएएस विकल्प भारद्वाज से शादी की। विकल्प भारद्वाज साल 2016 के केरल कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। पूजा व विकल्प की मुलाकात मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में हुई थी। शादी के बाद विकल्प भी कैडर बदलकर गुजरात आ गए।

पूजा यादव कहती हैं कि थराद के एक तरफ पाकिस्तान तो दूसरी ओर राजस्थान की सीमा लगती है। थराद गैम्बलिंग का हब भी है। पूजा यादव थराद में 1.5 करोड़ से ज्यादा की शराब जब्त कर चुकी हैं। गां-जा तस्करों को सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी हैं और जिस्म-फरोशी के धंधे का भी भांडाफोड़ कर चुकी है।

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