Pratapgarh, Uttar Pradesh: राजा भैया के समर्थक खास तैयारी में जुट गए है। समर्थक राजा भैया का जन्मदिवस उनके साथ मनना चाहते है। सभी में उत्साह की लहर है। रघुराज प्रताप सिंह समर्थकों ने सभी से अपील करते हुए कहा है की उत्तरप्रदेश में जनसत्ता दल लोकतान्त्रिक पार्टी के अध्यक्ष राजा भैया के जन्मदिवस पर 31-10-2019 को शाम 7 बजे से सभी सादर आमंत्रित है। कहा जाता है की उत्तर प्रदेश की राजनीति का सबसे बड़ा नाम है, राजा भैया उत्तर प्रदेश में वो सरकार बनाने से बिगाड़ने तक की ताकत रखते है
आइये जानते है राजा भैया जी के बारे में
राजा भईया जी का जन्म 31 अक्टूबर 1967 को प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश में पिता श्री उदय प्रताप सिंह व माता श्रीमती मंजुल राजे के यहाँ जन्म हुआ। इनके पिता विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी रह चुके हैं इनकी माता भी एक शाही परिवार से रिश्ता रखती हैं, राजा भैया जी अपने परिवार के पहले ऐसे सदस्य है, जिन्होंने राजनीति मे पहली बार कदम रखा और अपने नाम कई जीत भी दर्ज की।
राजा भैया जी का विवाह बस्ती रियासत की राजकुमारी भानवी देवी से हुआ है। बताया जाता है की राजा भैया से भी ज्यादा रियासत है उनकी पत्नी के पास इनके दो पुत्र शिवराज व बृजराज एवं दो पुत्रियाँ राघवी व बृजेश्वरी हैं।
राजा भैया जी की शिक्षा
राजा भैया जी की प्राथमिक शिक्षा इलाहाबाद से व लखनऊ विश्वविद्यालय से हुई है। कानून की डिग्री से स्नातक किया है। घुड़सवारी और निशानेबाज़ी के शौकीन राजा भैया लखनऊ विश्वविद्यालय से मिलिट्री साइंस और भारतीय मध्याकालीन इतिहास में भी स्नातक की डिग्री हासिल की है। राजा भैया जी साइकिल चलाने से लेकर हवाई जहाज उड़ाने तक काम कर चुके हैं।
राजा भैया जी ने सन 1993 मे पहली बार स्वातंत्र पूर्वक चुनाव मे भाग लिया था। विजय होकर विधायक बने तब से वो लगातार 6 बार विधायक हैं।
राजा भैया कई बार सरकार बनाने और बिगाड़ने का काम कर चुके हैं। राजा भैया ने कई बार बीजेपी व सपा की सरकार बनाने मे अपनी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसी लिए कई बड़े दिग्गज नेता इनका सम्मान करते हैं। राजा भैया कई बार मंत्री भी रह चुके हैं।
राजा भैया जी के शौक
राजा भैया जी को महंगी गाड़ियों का बहुत शौक है। उनके महल में कई बेसकीमती मर्सरीज, एक्स यू, बीएमडब्लू, के अलावा महंगी मोटरसाईकिल हवाई जहाज विदेशी कुत्ते अनेकों प्रकार के जानवर व पक्षी को पालने का भी शौक रखते है। राजा भैया जी अपने खाली समय मे बॉलीवॉल खेलना व निशाने बाज़ी करना पसंद करते हैं।
वहीं उन्हें घुड़सवारी करना भी पसंद है। वो अपनी दोनो बेटियों को भी फ्री टाइम में घुड़सवारी व निशानेबाज़ी की ट्रेनिंग देते हैं। सुबे राजा भैया जी अपनी कोठी के पीछे हज़ारो एकड़ में फैले तालाब में नोका बिहार करते हुए नजर आते है। राजा भैया जी अपनी सेहत पर भी बहुत ध्यान देते हैं। वो फ्री समय मे अपने परिवार के साथ विदेश यात्रा करना भी पसंद करते हैं। कहा जाता है की लोग राजा भैया जी के बारे मे अनेकों तरह की बात करते हैं लेकिन जो उनसे करीब से मिल पाया है वो उनकी सादगी का दीवाना हो गया है।