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हम सभी ने अधिकतर उन शहीदों की बाते सुनी और देखी है, जिन्होंने बिना कुछ सोचे देश के लिए हंसते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। आज उन शहीदों पर हमको गर्व है। वो अपने परिवार से दूर रहकर सभी देशवासियों की दुश्मनों से रक्षा करते है। वो एक पल भी अपने परिवार के लिए पीछे नही हटते है।
ऐसी ही एक Story है एक माँ की। जिसने अपने पति को खोने के बाद अपने बेटे को भी सेना का अफसर बनाया। हम सबको उस माँ पर गर्व है। उन शहीदों में लांस नायक बच्चन सिंह नाम का एक सैनिक ऐसा भी था, जो कि कारगिल के युद्ध में 12 जून 1999 को तोलोलिंग में दुश्मनों से लड़ते हुए अपने प्राण का बलिदान कर दिए।
कारगिल शहीद लांस नायक बचन सिंह की कहानी
राजपूताना राइफल्स की दूसरी बटालियन में लांस नायक बचन सिंह की बलिदान की जानकारी जब उनके घर में पहुंची, तो उनका बेटा हितेश कुमार करीब 6 साल का था। पिता के जाने के बाद ही हितेश ने यह प्रण लिया था कि वह बड़ा होकर वह आर्मी में अफसर बनेगा। करीब 19 साल बाद हितेश भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून से पास होकर भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के तौर पर शामिल हो गए।
उन्होंने आपने बचपन के सपने को पूरा कर लिया है। हितेश भी उसी बटालियन को Join कर लिए हैं, जिसमें उनके पिता की Posting थी। हितेश ने सिविल लाइन में अपने पिता को भाव पूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की थी। अब वे एक आर्मी अफसर बन चुके हैं।
Delhi: Lieutenant Hitesh (son of Lance Naik Bachan Singh who lost his life in Kargil War) with his mother, Kamesh Bala, at #KargilVijayDiwas commemorative function at Indira Gandhi Indoor Stadium. Lt Hitesh joined the same battalion his father had served at the time of war. pic.twitter.com/AslLKto9lv
— ANI (@ANI) July 27, 2019
News Agency ANI whote on Twitter “Lieutenant Hitesh Singh(Son of Lance Naik Bachan Singh who lost his life in Kargil War) with his mother, Kamesh Bala, at Kargil Vijay Diwas commemorative function at Indira Gandhi Indoor Stadium. Lt Hitesh joined the same battalion his father had served at the time of war”.
हितेश ने 19 सालों तक केवल भारतीय सेना में जाने का सपना देखा
मीडिया से मुलाकात के दौरान हितेश ने बताया, 19 सालों तक मैंने केवल भारतीय सेना में जाने का सपना देखा, लेकिन धीरे धीरे यह मेरी मां का भी सपना बन गया था। अब मैं पूरी कर्मनिष्ठा और ईमानदारी के साथ देश की सेवा करना चाहता हूं।
कारगिल युद्ध के शहीद लांस नायक बचन सिंह के पुत्र ने भी भारतीय सेना की उसी बटालियन में भर्ती होने में कामयाबी पाई, जिस बटालियन में पिता रहे रहे। जय हिन्द । वंदे मातरम्।। pic.twitter.com/rL37jvOwYv
— sanatanpath (@sanatanpath) November 8, 2019
वहीं हितेश की मां के भारतीय सेना में भर्ती होने के बाद मां कमेश बाला के खुशी के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। उनकी माँ ने बताया कि पति बच्चन के शहीद होने के बाद जिंदगी बहुत कठिन और संघर्ष से भरी थी। मैंने अपनी पूरी जिंदगी अपने दोनों बेटों का पालन-पोषण करने में समर्पित कर दी। आज उनके सपने सच हो गए है।