
Shivpuri: बढ़ती जनसंख्या के कारण हर किसी को सरकारी नौकरी मिलना कोई आसान बात नहीं रह गई है। धीरे-धीरे कंपटीशन भी काफी ज्यादा बढ़ता चला जा रहा है, जिसके कारण प्रतियोगिता की तैयारी करने वाला छात्र आधे आधे नंबर से चूक जाता है। ऐसी स्थिति में युवा अपना खुद का व्यापार करना सही समझ रहे हैं।
देश में काफी ज्यादा बेरोजगारी बढ़ रही है अच्छे से अच्छा पढ़ा युवा छोटी सी नौकरी करने पर मजबूर है। कारण है बढ़ती जनसंख्या और बढ़ता कॉन्पिटिशन। एक समय ऐसा था जब 100 RS कमाने वाला आदमी अपना जीवन खुशी से बिता पाता था, परंतु आज का समय है, हजारों रुपए कमाने वाला आदमी भी आर्थिक तंगी से परेशान है।
महामारी के वक्त लोगो ने तन मन और धन सब कुछ खो दिया। महीनों तक लगे लॉकडाउन के कारण भारत की अर्थव्यवस्था भी काफी ज्यादा कमजोर हो गई है, इस वजह से सरकार देश के हर युवाओं को नौकरी देने में असमर्थ है इसीलिए सरकार अब लोगों को आत्मनिर्भर बन स्वरोजगार कमाने की बात कर रहे हैं।
आईएएस उम्मीदवार बना सफल बिजनेसमैन
मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के शिवपुरी (Shivpuri) जिले के एक युवक जिनका नाम अनुपम समाधिया (Anupam Samadhiya) है प्रधानमंत्री की आत्मनिर्भर योजना को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
आपको बता दें अनुपम एक आईएएस परीक्षा उम्मीदवार है, वे लगातार आईएएस अधिकारी बनने के लिए मेहनत कर रहे थे, परंतु उन्हें सफलता नहीं मिल रही थी, जिस वजह से उन्होंने खुद का व्यापार कर आत्मनिर्भर बनने का फैसला किया।
आपको बता दें अनूप समाधिया काफी होनहार विद्यार्थी रहे हैं, वे यूपीएससी की मेंस तक पहुंच चुके थे, परंतु वह असफल हो गए। जिस वजह से उन्होंने खुद का व्यापार करने का फैसला लिया और आज वे इस व्यापार से लाखों रुपए कमा रहे हैं।
असफलता के बाद खोला रेस्टोरेंट
जानकारी के अनुसार अनूप समाधिया यूपीएससी की तैयारी (UPSC preparation) कर रहे थे। उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और संघर्ष के बाद यूपीएससी की मेंस परीक्षा तक पहुंच चुके थे, परंतु वह मुख्य परीक्षा में असफल रहे।

इसके बाद उन्होंने आत्मनिर्भर बनने के लिए व्यापार को चुना और शिवपुरी में एक रेस्टोरेंट (Restaurant) खोल अपने विचार को स्थापित किया। शुरुआत में अनूपम का रेस्टोरेंट बहुत ही सिंपल और साधारण सा था इस साधारण से दिखने वाले कैफे और रेस्टोरेंट मात्र 2 महीने के भीतर काफी नाम कमाया और लाखों रुपए का व्यापार देना प्रारंभ कर दिया।
अनूप का रेस्टोरेंट
अनूप बताते हैं कि उन्हें 2 महीने का समय ही हुआ है, इस रेस्टोरेंट को खोलें और इन 2 महीनों में रेस्टोरेंट्स से वह लाखों रुपए कमा रहे हैं। वैसे अनूप पिछले चार-पांच सालों से इंदौर में रह रहे थे और वहां रहकर आईएएस की तैयारी कर रहे थे। परंतु इन चार 5 सालों में उन्होंने दिन रात कड़ी मेहनत की परंतु उनका सिलेक्शन नहीं हो सका।
उन्होंने मुख्य परीक्षा भी दी परंतु उन्हें सफलता हासिल नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने रेस्टोरेंट्स खोलने का विचार किया, क्योंकि वे पिछले चार-पांच साल तक इंदौर में रहे हैं और इंदौर के रेस्टोरेंट कल्चर से काफी ज्यादा प्रभावित थे, इसीलिए उन्होंने अपने शहर शिवपुरी में रेस्टोरेंट्स खोलने का विचार किया। शिवपुरी के छतरी रोड पर फूड दोज नाम से रेस्टोरेंट्स (Food Dose Cafe Restaurant) खुला।
बिना मैन्यू कार्ड के किया जा सकता है ऑर्डर
अनुपम समाधिया ने अपना रेस्टोरेंट काफी आधुनिक तरीके से बनाया है। अक्सर रेस्टोरेंट में देखा गया है कि वेटर आकर कस्टमर से आर्डर लेते हैं, परंतु समाधिया के रेस्टोरेंट में ऐसा नहीं है। उनका रेस्टोरेंट पूरी तरह आटोमेटिक है। टेबल पर 1 QR कोड लगा होता है जिसे स्कैन करने पर मोबाइल पर मैन्यू कार्ड खुल जाता है।
उस मेंन्यू कार्ड से सिलेक्ट कर मोबाइल से ही हम ऑर्डर दे सकते हैं, कुछ ही समय में ऑर्डर कस्टमर तक पहुंच जाता है। अनुपम बताते हैं कि शिवपुरी का पहला ऐसा रेस्टोरेंट है, जहां पर ऐसी डिजिटल सेवाएं दी जा रही है। जिससे कस्टमर भी काफी उत्साहित नजर आते हैं।