
Gaya: जैसे-जैसे भारत की जनसंख्या बढ़ रही है वैसे-वैसे बेरोजगारी दर भी बढ़ती जा रही है। भारत दुनिया का सबसे युवा देश है। और हमारे देश के युवा दुनिया की सभी बड़ी कंपनियों में देखे जा सकते हैं। कुछ युवक ऐसे भी हैं, जो पढ़ने लिखने के बाद नौकरी की तैयारी करते हैं परंतु, नौकरी ना मिलने पर वह अपने समय आपको व्यवसाय की तरफ ले जाते हैं।
ऐसा ही एक युवक बिहार से हैं, जिन्होंने नौकरी पाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया, परंतु सफलता ना मिलने की सूरत में खुद को निराश करने की बजाय पूरी एनर्जी के साथ मुर्गी पालन के व्यवसाय में उतर गए।
आज वह कड़कनाथ मुर्गी पालन के जरिए न केवल लाखों रुपए कमा रहे हैं, बल्कि कई युवाओं को ट्रेनिंग भी दे रहे हैं उनके स्वयं का पोल्ट्री फॉर्म स्टार्ट करने के लिए। आइए जानते हैं इस कड़कनाथ मुर्गे (Kadaknath) और इसके पालन (Poultry Farming) से संबंधित अन्य जानकारी।
यह कहानी है बिहार स्थित गया जिले के एक छोटे से प्रखंड की
यह कहानी है अंकित सिंह (Ankit Singh) की है, जो बिहार (Bihar) के प्रसिद्ध जिला “गया” (Gaya) के अंतर्गत आने वाले टिकरी खंड में रूपसपुर गांव के रहने वाले हैं। इन्होंने नौकरी ना मिलने की सूरत में अपने परिवार एवं रिश्तेदारों से कुछ रुपए उधार लिए और कड़कनाथ मुर्गी पालन का एक फार्म हाउस शुरू किया।
यह काम सफल हुआ नतीजा आज उनके फार्म हाउस में 500 से अधिक कड़कनाथ मुर्गे तैयार स्थिति में है। व मदद के तौर पर अन्य किसानों को अंडे से चूजा तैयार करके भी देते हैं। जिसमें एक चूजे की कीमत अमूमन ₹60 तक हो सकती है। वही जब यह चूजा वयस्क हो जाता है तो, बाजार में 800 रुपए से लेके 1000 से भी ऊपर की कीमत में बिकता है।
कड़कनाथ मुर्गा सेहत के लिए होता है बहुत ही फायदेमंद
कड़कनाथ मुर्गी की ब्रेड की बात करें तुम मुख्य द्वार पर ही है मध्य प्रदेश में स्थित झाबुआ जिले में पाया जाता है। भारत में जहां भी कड़कनाथ मुर्गी के पालन का काम होता है, उनका बीज झाबुआ से ही सप्लाई किया गया है। यह मुर्गा पूरी तरह काला (Black Chicken) होता है और सफेद मुर्गी की अपेक्षा सेहत के लिए अधिक फायदेमंद है।
बताया जाता है कि शुगर पेशेंट और हॉट के रोगियों के लिए यह अधिक फायदेमंद है। क्योंकि इसमें फैट की मात्रा कम होती है और प्रोटीन अधिक। यही वजह है की फुटकर बाजार में इसकी कीमत 1000 रुपए से भी अधिक होती है।
कड़कनाथ मुर्गे की त्वचा के साथ-साथ सभी कुछ काला होता है
कड़कनाथ मुर्गी के बारे में आप सुनकर थोड़ा हैरान हो जाएंगे क्योंकि, यह मुर्गा बाहर से देखने में जिस तरह काला है अंदर से भी इसका खून, पंख एवं सभी अंग काले ही होते हैं। एक साधारण मुर्गी की अपेक्षा में इसका अंडा भी अधिक महंगा बिकता है, कुछ-कुछ शहरों में इसके एक अंडे की कीमत 30 से लेकर 50 RS तक बेचा जाता है।
सेहत में फायदेमंद होने की वजह से इसकी डिमांड शहरों में लगातार बढ़ रही है और कई जगह तो इसकी मुंह मांगी कीमत भी दी जाती है। क्या आपने कभी कड़कनाथ मुर्गा टेस्ट किया है, अगर नहीं तो इस पोस्ट को पढ़ने के बाद शायद आप जल्द ट्राई करेंगे।
सरकार की एक संस्था नाबार्ड करती है इस व्यवसाय में मदद
बाजार का नियम है जिन चीजों की डिमांड हो यदि हम उसका व्यापार करते हैं, तो अच्छी खासी कीमत के साथ बड़ा मुनाफा कमा सकते हैं। कड़कनाथ मुर्गी के स्वास्थ्य फायदे को देखते हुए आज बाजार में इसकी डिमांड लगातार बढ़ रही है। लेकिन इसके व्यवसाय को करने वाले लोग आज भी कम है।
ऐसे में सरकार ने युवाओं को कड़कनाथ मुर्गी पालन (Kadaknath Murgi Palan) की ओर आकर्षित करने के लिए अपनी नाबार्ड संस्था के द्वारा सब्सिडी व्यवस्था की है। आप झाबुआ से इसके चुजे परचेज करके अपना एक छोटा सा फार्म शुरू कर सकते हैं।
यह आपको महीने में 100000 RS से भी अधिक की आमदनी देने की क्षमता रखता है। अधिक जानकारी के लिए आप अंकित सिंह को भी इस नंबर पे 6207852025 कॉल कर सकते हैं, जो मदद करते हैं फॉर्म हाउस सेटअप में।