छोटे गांव के किसान का बेटा कर गया कमाल, UPSC निकालकर IAS अफसर बना, गांव में जश्न हुआ

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Ravi Kumar Sihag IAS
Son of Rajasthan Farmer Ravi Kumar Sihag Cracks UPSC Exam And Became IAS Officer. he gave four attempts got 337th rank in UPSC.

Dhani: दोस्तों जीवन में हर कोई सफल होना चाहता है। इसके लिए बचपन से लेकर कॉलेज तक की पढ़ाई के दौरान हर स्टूडेंट ढेर सारी मेहनत करता है। कैरियर के मामले में हमारे देश में सरकारी नौकरी का अलग ही क्रेज रहा है।

उस पर भी यदि कोई सरकारी एडमिनिस्ट्रेटिव पोस्ट जैसे आईएएस या आईपीएस जैसा जॉब मिल जाए तो उसका अलग ही जलवा है। परंतु जहां एक सरकारी नौकरी पाना ही बहुत कठिन होता है, वहीं पर आईएएस जैसे एग्जाम को क्रैक करना सबके बस की बात नहीं।

इसके लिए लोग सालों साल तक लगातार प्रयास करते हैं, जिसके बावजूद भी सिर्फ कुछ लोगों का ही चयन हो पाता है। लेकिन कहते हैं शिद्दत से कोई मेहनत करें, तो सफलता जरूर मिलती है।

UPSC HQ
Union Public Service Commission

फिर चाहे वह किसी गांव से हो या शहर से, क्योंकि ऐसे ही एक सफल छात्र की आज हम बात करने वाले हैं जो कहने को एक छोटी सी ढाणी से बिलॉन्ग करते हैं परंतु अपनी मेहनत के दम पर उन्होंने आईएएस जैसा कठिन एग्जाम क्रैक कर डाला।

राजस्थान की छोटी सी ढाणी का रहने वाला है यह होनहार छात्र

जिनकी हम बात कर रहे हैं उनका पूरा नाम रवि कुमार सिहाग (Ravi Kumar Sihag) है, जो राजस्थान के जिला श्री विजयनगर के अंतर्गत आने वाले एक छोटे से ग्राम अर्थात ढाणी (Dhani) के रहने वाले हैं। उनके पिता का नाम श्री राम कुमार सिहाग है। जो पेशे से एक किसान हैं। वही रवि की माताजी एक हाउसवाइफ हैं।

श्री राम कुमार जी के चार बच्चे हैं जिनमें से 3 बेटियां एवं एक बेटा रवि है। रवि के पिता का कभी सपना रहा है, आईएएस बनने का परंतु आर्थिक परिस्थितियों के चलते जब वजह सपना पूरा नहीं कर सके तो, उन्होंने अपने बच्चों से यह उम्मीद रखी, जिसे रवि कुमार ने आईएएस का एग्जाम क्रैक करके अपने पिता के सपनों को साकार कर दिया।

रवि की शुरुवाती पढ़ाई एवं स्कूल का सफर

रवि किसको ली सफर की शुरुआत उनके गांव से हुई आठवीं तक की पढ़ाई उन्होंने ग्राम पंचायत की सरकारी स्कूल से ही की। इसके बाद नौवीं एवं दसवीं की पढ़ाई समीप ही स्थित अनूपगढ़ से पूरी की। क्योंकि रवि बचपन से ही पढ़ाई में बहुत होशियार था, तो रवि के टीचर एवं उनके पिता को उम्मीद थी कि आगे बढ़कर जरूर कुछ कर सकेगा।

इसलिए 11वीं एवं 12वीं की पढ़ाई के लिए रवि को श्री विजयनगर जिला की न्यू होप स्कूल में एडमिशन कराया गया। शहर में पढ़ाई के दौरान रवि को अपने आईएएस (UPSC Exam) की तैयारी के लिए अपने शिक्षकों एवं आसपास के माहौल से काफी प्रेरणा मिली। आपको बता दें रवि ने करीब 2 बार यूपीएससी का एग्जाम क्रैक किया है।

रवि की बहने भी है सरकारी अधिकारी पूरे परिवार में माहौल है पढ़ाई का

बातचीत के दौरान पता चला परिवार में रवि की अन्य तीन और बहने हैं। रवि के पिता श्री राम कुमार जी ने शुरू से ही अपने बच्चों को पढ़ाई में ध्यान देने के लिए प्रेरित किया, एवं परिवार में ऐसा माहौल बनाया कि बच्चे सरकारी नौकरियों के लिए आगे बढ़ सके।

जिसका नतीजा यह हुआ कि रवि से बड़ी दो बहने भी कंपटीशन एग्जाम क्वालीफाई करके आज सरकारी अधिकारी बनकर देश की सेवा कर रही है। उनकी बहनों ने बातचीत के दौरान बताया कि रवि शुरू से ही पढ़ाई में बहुत होशियार रहा है, जिस वजह से उन सबको उम्मीद थी कि यह जरूर एक दिन पिता के सपनों को पूरा करेगा आईएएस बन के।

आईएएस बनने के बाद गांव में है खुशी का माहौल, युवाओं के लिए बन गया प्रेरणा का स्त्रोत

आपको बताना चाहेंगे कि रवि ने अपने आईएएस एग्जाम की तैयारी के दौरान दो बार यूपीएससी एग्जाम को क्रैक किया है। वर्तमान में आईएएस (IAS Officer) बनने के दौरान रवि को ऑल इंडिया रैंक 18 प्राप्त हुई। जैसे ही यह खबर रवि के परिवार तक पहुंची पूरे परिवार में मानो खुशी का ठिकाना न रहा।

एक साधारण किसान के परिवार से आईएएस बनने की खबर से पूरे गांव को गर्व हुआ। हर तरफ खुशियां मनाई गई एवं गांव के दूसरे बच्चों को मिसाल के तौर पर रवि (IAS Ravi Kumar Sihag) का एग्जांपल दिया जा रहा है कि, जैसे एक किसान का बेटा विपरीत परिस्थितियों में यह ऊंचाइयां हासिल कर सकता है, तो हर छात्र इस मुकाम तक पहुंचने को क्षमता रखता है। हम रवि को उसके आने वाले देश सेवा के इस पद के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं देते हैं।

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