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Delhi: प्रधानमंत्री मोदी अपने बचपन के दिनों के बारें में बात करते हुए अधिकतर बताया करते है कि वह अपने गृहनगर वाडनगर के रेलवे स्टेशन पर बचपन मे चाय बेचा करते थे। अब यह जानकारी आ रही हैं कि उस चाय की दुकान को टूरिस्ट स्पॉट में बदल दिया जाएगा।
केन्द्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी के गृहनगर सर्वेक्षण के लिए वहाँ गए थे। उन्होंने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई इलाको की पहचान की है जिसे आने वाले वक्त में विकसित करके बड़ा बनाया जा सके जो पर्यटकों का आकर्षण का केंद्र बने। इसका ज्याजा लेने प्रह्लाद पटेल वडनगर रेलवे स्टेशन भी पहुंचे।
कुछ दिनों पहले वडनगर रेलवे स्टेशन पर जाकर पर्यटन मंत्री पटेल ने चाय की दुकान का ज्याजा लिया था। चाय की दुकान में टीन के नीचे के Part में जंग लग गया है। जंग से बचाने के लिए प्रह्लाद पटेल ने अफसरो से दुकान को शीशे से ढंकने को कहा है। उन्होंने यह आदेश भी दिया है कि इस दुकान का वर्तमान स्वरूप बरक़रार रखा जाए। उसको किसी भी प्रकार की क्षति नजे पहुँचे।
पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल ने मीडिया से बात करते हुए अपने एक इंटरव्यू में बताया, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत में पर्यटन के ब्रांड एंबेसडर हैं। उनकी उपस्थिति अविश्वसनीय है और वे जहां भी जाते हैं, लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने में कामयाब होते है। वह हमारे सबसे बड़े ब्रांड एंबेसडर के रूप में हैं।” इसे एक सराहनीय कदम माना जा रहा है।
उन्होंने कहा, “इस साल जिस रुद्र गुफा में वह गये थे, वहाँ अब पर्यटकों की संख्या बढ़ने लगी है, भीड़ एकत्रित होने लगी है। यह देश के पर्यटन के लिए बहुत अच्छी बात है।” मुझे यह जानकारी दी गई कि कि रुद्र गुफा में पहली बार प्री-बुकिंग हुई।
17 सितंबर 1950 को गुजरात के वडनगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म हुआ था। पांच भाई-बहनों है जिनमे नरेंद्र मोदी का नंबर तीसरा है। बताया जाता है कि वडनगर रेलवे स्टेशन पर नरेंद्र मोदी के पिता चाय बेचने का काम करते थे। वह स्कूल के बाद सीधा अपने पिता का हाथ बंटाने के लिए दुकान पर पहुंच जाते और ग्राहकों को चाय दिया करते तबे। वे एक समय रेल के डिब्बों में घूम कर भी चाय बेचा करते थे। उन्होंने कभी भी अपने काम को छोड़ा नही समझा।