
Photo Credits: Twitter
Mumbai: बॉलीवुड या फिल्मी दुनिया इतनी चमकदार और रोशन है कि हर व्यक्ति इस दुनिया की तरफ खींचा जाता है। इस इंडस्ट्री (Film Industry) में देश का 75 फीसदी युवा अपना करियर बनाना चाहता है, परंतु यह इंडस्ट्री उन्हीं के लिए है, जो कला और अपनी मेहनत से परिपूर्ण है। इस इंडस्ट्री में बहुत से लोग ऐसे आए, जिनकी कोई पहचान नहीं थी। बस आंखों में सपने लिए इस माया नगरी की तरफ बढ़े कुछ सफल हुए कुछ निराश भी हुए।
Bollywood Industry आम जनता और युवाओं को चुंबक की तरह अपनी तरफ आकर्षित करती है, इसीलिए हर वर्ष लाखों युवा अपने घर से कुछ रुपयों के साथ मुंबई की तरफ बढ़ते हैं और एक्टिंग की दुनिया में अपना जोर आजमाते हैं।
आज हम ऐसे ही फिल्मी कलाकार की बात करेंगे, जो मुंबई केवल 400 Ru लेकर आया उस खास पर्सनालिटी का नाम सुरेश ओबरॉय (Suresh Oberoi) है। जो अपनी कला और अपनी अद्वितीय आवाज से जाने जाते हैं सुरेश ओबेरॉय इस फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने और काफी मशहूर कलाकार है। सुरेश मात्र 400 Ru लेकर आए थे और आज उनकी प्रॉपर्टी करोड़ में होगी। आइए जानते हैं सुरेश ओबेरॉय की असली जायदाद के बारे।
जेब में मात्र 400 Ru और आंखों में हीरो बनने का सपना
सुरेश ओबेरॉय 17 सितंबर सन 1946 में पाकिस्तान (Pakistan) देश के क्वेटा (Quetta) में जन्मे थे। हम कह सकते हैं कि यह फिल्मी कलाकार आजादी के पूर्व जन्मे थे। परंतु उनके जन्म के एक साल बाद ही भारत दो भागों में विभाजित हो गया। उस समय सुरेश ओबेरॉय का परिवार भारत के हिस्से में आया।
भारत-पाकिस्तान के विभाजन के समय क्वेटा पाकिस्तान से भारत के हैदराबाद के अंतर्गत आने लगा, इसीलिए वे भारतीय नागरिक कहलाए। एक इंटरव्यू के दौरान सुरेश ओबरॉय ने बताया कि वे बहुत पहले केवल 400 Ru लेकर मुंबई आए थे, वह भी एक्टिंग की दुनिया में अपना भाग्य परखने के लिए।
रेडियो शो के माध्यम से अपना करियर शुरू किया
एक्टिंग की ख्वाहिश और आंखों में ढेर सारे सपनों के साथ सुरेश ओबेरॉय इस माय नगरी में आए। और अपने करियर को एक रेडियो शो के साथ शुरू किया। धीरे-धीरे उन्होंने खुद को आगे बढ़ाया और मॉडलिंग जगत में अपना पैर जमाया इसके बाद उन्होंने अपने दिली ख्वाहिश यानी एक्टिंग पर अपनी किस्मत को परखा। ओबेरॉय ने सन 1977 में अपनी पहली डेब्यू फिल्म जीवन मुक्त बनाएं। इसके बाद 1980 की फिल्म “एक बार फिर” में मेन हीरो का रोल प्ले किया।
करोड़ों की संपत्ति के है मालिक
सुरेश ओबेरॉय काफी अच्छे और मेहनती कलाकार हैं। उन्होंने बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपनी कलाओं के खूब रंग बिखेरे इसी लिए उन्हें वर्ष 1987 में एक अच्छे अभिनेता होने का पुरुष्कार दिया गया। सुरेश ओबेरॉय के द्वारा बनाई गई सुपरहिट फिल्में जेसे सोल्जर, सफारी, गदर एक प्रेम कथा, लज्जा, प्यार तूने क्या किया और कबीर सिंह आदि।
Beauty and Talent #DivyaBharti 😭 With #SureshOberoi Sir🌹in Beautiful Movie #DilKaKyaQasoor 1992 💖 💖 💖 💖 💖 pic.twitter.com/gZQwk7coy3
— Divya Shahrukh FC (@DivyaSharukh) September 30, 2019
सुरेश ओबेरॉय ने अपनी कला से देश में अपना नाम तो बनाया ही साथ में खूब धन भी कमाया। 400 रुपय लेकर आए एक मामूली से आदमी ने नाम और खूब शोहरत कमाई। आज सुरेश ओबेरॉय करोड़पति व्यक्ति है।
#DidYouKnow: Character actor #SureshOberoi is a recipient of the 1987 National Film Award for Best Supporting Actor.
He started his career in radio shows, modelling and later moved to Bollywood.AIR wishes the actor a happy & blessed birthday. 🎂 pic.twitter.com/hEKd9vH60t
— ALL INDIA RADIO आकाशवाणी (@AkashvaniAIR) December 17, 2018
एक रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार सुरेश ओबेरॉय 8 मिलियन डॉलर यानी इंडियन करेंसी में करीब 63 करोड़ की प्रॉपर्टी के मालिक बन चुके है। इस प्रॉपर्टी (Property) के अलावा उनके पास 5 लग्जरी कार्स है और आज वे अपना जीवन काफी शान और सोहकत से बिता रहे है।
सुरेश ओबेरॉय की लाइफ जर्नी
एक रेडियो शो से शुरू किया अपना करियर कई हिट फिल्मों (Hit Films) पर आकर रुका। उन्होंने अपने जीवन के 76 वर्ष बिता दिए और इन 76 वर्षों में उन्होंने कई सुपरहिट फिल्में दी जिसमे मिर्च मसाला, ऐतबार, लावारिस, राजा हिंदुस्तानी, सुरक्षा, खंजर आदि शामिल है।
#VivekOberoi wishes father #SureshOberoi on his birthday with a throwback picture. pic.twitter.com/ZjGtDpLRIU
— Filmfare (@filmfare) December 17, 2020
कुछ समय पहले बनाई गई कुछ फिल्मों में भी सुरेश ओबेरॉय नजर आए वर्ष 2019 में कबीर सिंह और मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी में सर्पोटिव एक्टर की तरह काम किया। वर्ष 1976 में सुरेश ओबेरॉय ने यशोधरा के साथ शादी रचाई और उनके दो बच्चे विवेक ओबरॉय और मेघना ओबरॉय दोनों ही फिल्म इंडस्ट्री में जाने-माने एक्टर है विवेक ओबरॉय (Vivek Oberoi) है। वे काफी सारी हिट फिल्में दे चुके है।



