
Jabalpur: आजकल हम देख रहे है, कि किसान अपनी परंपरागत कृषि छोड़ पेंडों की खेती करना पसंद कर रहे है। पेड़ो की खेती आज के समय में किसानों के बीच काफी ज्यादा लोकप्रिय हो रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि पेड़ो की खेती मे पेड़ तैयार होने में भले ही ज्यादा समय लगता है।
किसानों को एक समय के बाद काफी ज्यादा मुनाफा मिलता है। सफेदा एक ऐसा पेड़ है जिसकी खेती (Safeda Farming) काफी ज्यादा मात्रा में किसान कर रहे है। ऐसा करके बहुत से किसान करोड़पति भी बन रहे है।
सफेदा की खेती कर किसान हो रहे मालामाल
आपको बता दे कि सफेदा के पेड़ (Safeda Tree) का ईंधन के रूप में उपयोग करने के साथ साथ कागज की लुग्दी और फर्नीचर को बनाने मे किया जाता है। इसकी खेती जब किसान करता है, तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि उसे तुरंत ही मुनाफा मिलने लगता है। दरअसल यह खेती एक प्रकार से लोंग टर्म बिजनेस के समान है। सफेदा के पेड़ लगभग 5 से लेकर 6 साल में मेच्योर होकर तैयार हो जाते है।
इन बातों का सफेदा की खेती में रखना होना ख्याल
अगर आप भी सफेदा की खेती करना चाहते है, तो आपको बता दे कि इसके लिये इनवायरनमेंट का टेंमरेचर लगभग 30 से 35 डिग्री के बीच में ही होना चाहिए। इसके अलावा जिस जमीन में आप इसे लगा रहे है।

वहॉं कि जल निकासी का अरेंजमेंट बहुत ही अच्छा होना चाहिए। अगर जल निकासी की व्यवस्था सही नहीं होगी तो हो सकता है कि सफेदा की फसल को नुकसान हो जाये। सफेदा की खेती के लिये मिट्टी को तैयार करना बहुत ही आवश्यक होता है।
इस तरह सफेदा की खेती केलिये तैयार करें मिट्टी
मिट्टी तैयार करने के लिये सबसे पहले जमीन की जुताई की जाती है। इसके बाद मिट्टी को समतल (प्लेन) किया जाता है। जब जमीन समतल हो जाती है, तो हर 5-5 फीट के डिस्टेंस में गड्ढे तैयार किये जाते है। यह गडढे 1 फीट चौडे तथा 1 फीट ही गहराई वाले होते है। जो पंक्ति तैयार की जाती है, उसके बीच का डिस्टेंस भी 5 से लेकर 6 फीट तक होना चाहिए।
संयम बना कर रखना बहुत ही आवश्यक होगा
जब भी सफेदा यानी की यूकेलिप्टस की खेती (Eucalyptus Plants Farming) आप करे, तो सबसे ज्यादा यह आवश्यक है कि आप संयम बना कर रखे। अक्सर ही किसान हो या फिर आम शख्स यही चाहता है कि कम समय में करोड़पति बन जाये। लेकिन हमेशा ऐसा होना संभव नहीं है। भले ही यूकेलिप्टस यानी की सफेदा की खेती में पेड़ तैयार होने में 5 से 6 साल का वक्त लगेगा। लेकिन जब यह पेड़ पूरी तरह तैयार हो जायेगा तो एक अच्छा रिटर्न आपको जरूर मिले्गा।
इतने का होगा खर्च नर्सरी से आसानी से खरीदे पोधे
विशेषज्ञ बताते है कि अगर एक हेक्टेयर में आप यूकेलिप्टस की खेती करते है। तो एक हेक्टेयर में पूरे 3000 पौधे इसके लगा सकते है। यह पौधे बहुत ही कम कीमत सिर्फ 7 से 8 रूपये प्रति के भाव से नर्सरी में आपको आसानी से मिल जाऐंगे।
इसके पोधे को लगाने का खर्च आपको लगभग 21 से लेकर 30 हजार तक पड़ता है। वही इतने बड़े क्षेत्र में सिंचाई और देखरेख का खर्च 20 से लेकर 30 हजार तक होता है। यह खर्च आपको हर साल लगता है।

पेड़ तैयार होने में चूँकि 5 से 6 साल का समय लगता है, तो हर साल 30 हजार के हिसाब से सिंचाई ओर देखरेख में आपका लगभग 1.5 लाख खर्च होगा। वही पौधे लगाने के खर्च को मिला दे, तो लगभग यह 1.8 लाख हो जाता है।
लकड़ी से होगा करोड़ो का मुनाफा
इतनी लागत लगाने के बाद जब इसके पोधे पूरी तरह तैयार हो जाते है, तो आपको बता दे कि 1 पेड़ से लगभग 400 किलो की लकड़ी निकलती है। इस लकड़ी की मार्केट में कीमत 6 से 9 रूपये प्रति किलो है।
इस प्रकार पूरे एक हेक्टेयर खेत से जब 3000 पेड़ की लकड़ी बेची जायेगी, तो आपको 1 करोड़ तक का मुनाफा प्राप्त हो जायेगा। इस प्रकार 5 से 6 साल बाद आप एक करोड़पति बन जाएंगे। अगर आप भी इसकी खेती करना चाहते है, तो सभी विशेष बातों का ध्यान रखते हुये खेती करे।



