
Delhi: हम देखते हैं कि हमारे भारत देश के आखिरी सीमा से जुड़ने वाले बहुत से पड़ोसी देश है, जिससे भारत के अंतिम सीमा का गांव जुड़ा होता है। यह गाव ऐसे होते हैं जो भारत देश को दुसरे देश से जोड़ते है।
आज हम इस पोस्ट में कुछ इसी प्रकार के ही भारत के सबसे अंतिम गांव की (Last Village Of India) बात करने वाले है। जिस गाव के विषय मे हम बात करेंगे यह वह गाव है, जहा से पड़ोसी देश चीन (China Border) की सीमा प्रारंभ होती है।
भारत का सबसे आखिरी अंतिम गांव क्या हैं। यह सवाल हर किसी के दिमाग में उठता है। वह आखिरी गाव जो कि पड़ोसी देश की सीमा को हमसे जोड़ता हैं। दृढ़तापूर्वक माना जा रहा है कि भारत का आखिरी गांव माणा (Mana Village) ही है।
आखिर क्यों इसे अंतिम गाव कह्ते है। आइए जानते है। यह गांव श्री बद्री विशाल से केवल 3 किलोमीटर की दूरी पर आगे स्तिथ हैं। आपको बता दें कि माणा के आगे से तिब्बत या दूसरे शब्द में कहा जाए तो आज का चीन प्रारंभ हो जाता है।
माणा गाव के आगे कोई भी गांव भारत कि बार्डर के भीतर नहीं है। इस गांव के आगे से चीन की सीमा प्रारंभ हो जाती है। जिससे यह साबित होता है कि यह गांव ही भारत की सीमा का आखिरी गांव हैं।
हिमाचल प्रदेश के लोगो का मानना कि माणा नहीं चितकुल है भारत का अंतिम गांव
यदि हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के लोगो की बात करे तो उनका यह कहना है कि भारत का अंतिम गांव चितकुल हैं। यह सुनकर दिमाग में यह बात आता है कि भारत का आखिरी गांव केवल माणा ही नहीं है और कोई गांव भी है। इस प्रकार हम यह कह सकते है कि और भी ऐसे गाव है, जिसे हम आखिरी गाव कह सकते है।
यह सभी आखिरी गाव हमे दूसरे देश से जोड़ते है। आखिरी गाव ऐसे प्लेस होते है जिनकी खूबसूरती अन्य गाव से बहुत ही अच्छी होती है। इन गाव को आप टूरिस्ट प्लेस की तरह देख सकते है। आपको बता दें कि चितकुल गांव हिमाचल प्रदेश के किन्नौर घाटी में स्तिथ है।
यहां की खूबसूरती के कारण किन्नौर को स्वर्ग भी कहा जाता है। आपको बता दे कि चितकुल पूर्व में पड़ोसी देश तिब्बत, पश्चिम में कुल्लू, उत्तर में स्पीति घाटी और दक्षिण में उत्तराखंड (Uttarakhand) के गढ़वाल मंडल से घिरा हुआ है। सांगला घाटी से 28 किमी की दूरी पर है यह चीतकुल गांव।
वही उत्तराखंड से 20 किमी की दूरी पर इस गांव की सीमा स्तिथ है। यहां एक रकछम गांव है, जो कि सांगला घाटी और चितकुल के बीच का रास्ता है। यह गांव अपने शांत वातावरण, प्राकृतिक खूबसूरती, झरने, बड़ी बड़ी घटिया, खुबसूरत नजारे एवं दूर तक फैले जंगल और ऊंची पहाड़ियों के लिए बहुत अधिक चर्चा में है। आप लोगो को यदि यहां जाना हो तो रकछम से चितकुल तक आप कार से भी जा सकते हैं।
कैसे पहुंचे चितकुल गाव? इस सवाल का जवाब जाने
आप अगर चितकुल गांव जाने के बारे में सोचेंगे, तो बता दे माणा गांव से यह ज्यादा दूरी पर नहीं है। बद्रीनाथ से गंगोत्री जाने का रास्ता भी यहा से कुछ ज्यादा दूर नहीं है। इन स्थान के बारे में आपने कही सुना ही होगा या इस स्थान पर आप गए भी होगे।
"Wherever you go, go with all your heart."
That is why #Badrinath is way to Heaven #MANA Village.#TheHimalyanClub pic.twitter.com/Z1xUUqjJz2
— The Himalyan Club 🇮🇳 (@HimalyanClub) October 14, 2022
आप अगर गंगोत्री जाते है, तो आप कलिंदीखाल टेक से होकर ही जाते होंगे। तो चितकुल गाव (Chitkul Village) की दूरी कम से कम यहां से 20 किमी की होगी। आपको बता दें कि गंगोत्री से थोड़ा आगे चलने पर हर्षिल आता है और हर्षिल से एक लमखागा नाम का टेक चलता है। जो कि आपको सीधे चितकुल पहुंचता है।
चितकुल जाने का दूसरा रास्ता भी है, इस तरह भी आप इस गाव में पहुच सकते हैं
अगर आप चाहे तो चितकुल को दूसरे रास्ते से भी तय कर सकते हैं। जिसे तय करने पर बहुत ही कम समय में आप यहा पहुंच जाते हैं। वह रास्ता बद्रीनाथ से कालिंदीखाल टेक से होते हुए खड़ा पत्थर के नाम के पड़ाव पर गंगोत्री के रास्ते पर आता है।
उस रास्ते से एक शॉटकट रास्ता चितकुल के लिए निकलता है। परन्तु यह ऊंचे पहाड़ो और ग्लेशियर से होकर गुजरता है, जो कि हर किसी के लिए आसान नहीं है। यह रास्ता आम असते की तरह आसान ना होकर बहुत कठिन है। यहाँ संभलकर जाना पड़ता है।
विंभिन्न रास्ते से जाने पर भारत के आखिरी गांव का नाम भी विभिन्न हो सकता है
अगर देखा जाए तो ऐसे ही कई गांव जैसे पूर्वी भारत में किबिथू, दक्षिण भारत में अंडमान तथा पश्चिम भारत में भुज के तरफ़ जाते हैं। आप उस एरिया में पड़ने वाले गांव को भी भारत का अंतिम गांव बोल सकते हैं। लेकिन चितकुल और माणा को ही मुख्य रूप से भारत का अंतिम गांव माना जाता है।
Place is called Swarag Ka Dwar (Door to Heaven) as it is believed that Pandavas went to heaven thru this way. Picture was clicked on 10th October from Mana Village the last habitation on Indian side. River in the picture is Alakhnanda#Landscapes#photography #IncredibleIndia pic.twitter.com/soEeGQxYSJ
— Aditya Sangotra 🇮🇳 (@AdityaSangotra) October 15, 2022
इस बात पर ज्यादा कुछ सोचने की आश्यकता नही है। क्योंकि आप यदि उत्तराखंड (Uttrakhad) से होकर जाते हैं, तो आपको भारत का अंतिम गांव माणा (Mana) पड़ेंगा और यदि आप हिमाचल से होते हुए जाते है, तो अंतिम गांव चितकुल पड़ेगा।
MANA Village , Badrinath pic.twitter.com/oR3qIJi7W9
— Seema Nadkarni (@SeemaNadkarni9) October 12, 2022
अगर आप माणा की ओर जायेंगे, तो आपको इस तरफ सिर्फ़ चाय की दुकान मिलेंगी, जो कि भारत की सीमा की सबसे अंतिम दुकान होगी। लेकिन जब आप चितकुल की ओर जायेंगे, तो आपको केवल ढाबे ही दिखाई देंगे, जो कि भारत की सीमा के अंतिम ढाबे होंगे। कुल मिलाकर यह कहा जाए कि भारत के सबसे आखिरी गांव चितकुल और माणा है, तो यह गलत नहीं होगा।



