महिला को गार्डनिंग का शौक था, तो यह खास पौधे और फूल उगाये और बेचकर लाखों कमा रही हैं

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Shruti Agarwal gardening
Shruti Agarwal started gardening and earning via selling plants and flowers. Chhattisgarh woman make her hobby as business.

Dhamtari: हर व्‍यक्‍ति के शौक अलग अलग होते है। किसी को कोई खेल खेलना पसंद होता है, तो किसी को पेंटिंग या फिर गार्डनिंग करना। कभी कभी लोग अपने शौक पर उतना ध्‍यान नहीं देते क्‍योंकि उन्‍हें लगता है कि इससे उनकी जिंदगी का गुजारा नहीं होगा।

अगर हमारा शौक हमारा जुनून बन जाये, तो उससे भी हम अपने जीवन में सक्‍सेस हासिल कर सकते है। इस बात को छत्‍तीसगढ़ (Chhattisgarh) राज्‍य के धमतरी में रहने वाली श्रुति अग्रवाल (Shruti Agarwal) ने साबित भी करके दिखा दिया है। श्रुति का शौक उनका जुनून बना, तो उसे व्‍यापार में बदलने में ज्‍यादा समय नहीं लगा। श्रु‍ति ने अपने शौक को व्‍यापार में बदला और इससे बहुत लोगों को रोजगार भी प्रदान किया।

श्रुति जिन्‍होंने अपने शौक को व्‍यापार में बदला

श्रुति को गार्डनिंग (Gardening) करने का बहुत ही ज्‍यादा शौक था। अपने इसी शौक को उन्‍होंने अपने जुनून में बदल दिया। उन्‍होंने दुर्लभ फूलों तथा पौधों का व्‍यापार किया। आज वह इससे लाखों कि कमाई कर पा रही है।

श्रुति अपने घर की छत के 4000 स्‍क्वायर फीट के क्षेत्र में गार्डनिंग करती है। जिसमें उनके पति उनकी सहायता करते है। उनकी सक्‍सेस में सोशल मीडिया और उनके पति की अहम भूमिका रही है।

दुर्लभ प्रजाति के पोधों की करती है रूफ गार्डनिंग

आपको बता दे कि श्रुति एक हाउस वाइफ है। जिस प्रकार हर व्‍यक्‍ति को किसी ना किसी चीज का शौक होता है। वैसे ही श्रुति को गार्डनिंग करने का शौक है। उन्‍हें रूफ गाडनिंक करना भाता है और वह 6 साल से इसे कर रही है।

वह बताती है कि उन्‍होंने जो रूफ गार्डनिंग कि (Roof Gardening) है। वह लाखों रूपये कि है। क्‍योंकि उन्‍होंने जितने भी पौधे अपने घर में लगाये है। वह सब दर्लभ प्रजाति के है। जिनकी कीमत लाखों में होती है। वह कहती है कि जिन पौधो को उन्‍होंने अपने घर की छत पर लगाया है। वह ठंडे पहाड़ी इलाकों में अधिकतर पाये जाते है।

ऑनलाइन दुर्लभ पौधो को खरीदा

अपनी सक्‍सेस स्‍टोरी बताते हुए श्रुति कहती है, कि उन्‍हें शुरू से घर पर खाली बैठना पसंद नहीं था। वह कहती है कि 6 साल पहले उन्‍होंने सिर्फ अपने शौक की वजह से घर पर कुछ पौधे खरीदकर लगा दिये।

उसी बीच में श्रुति जी की फेसबुक पर उनके ही तरह शौक लगने वालो से पहचान हुई। जिससे उन्‍होंने संपर्क किया और पौधों से जुड़ी जानकारी उनसे हासिल कि और अपना नॉलेज भी उनसे शेयर किया।

धीरे धीरे श्रुति का नेटवर्क बढ़ने लगा। उन्‍होंने अपने फेसबुक के ही दोस्‍तों से नॉलेज लेकर दुर्लभ पौधो को ऑनलाइन मंगवाना शुरू कर दिया। धीरे धीरे श्रुति के गार्डन में बहुत सारे दुर्लभ पौधे जमा हो गये।

अचानक आई सोच ने शौक को बदला व्‍यापार में

श्रुति के घर में पौधों कि संख्‍या इतनी ज्‍यादा बढ़ गई कि उन्‍हें अपने घर से पौधों को निकालकर घर के बाहर रखना पड़ा। जब पोधे ज्‍यादा हो गये, तो उन्‍हें उनकी देखभाल भी ज्‍यादा करनी पड़ रही थी। ऐसे में श्रुति ने एक माली भी रख लिया जो उनके गार्डन के पोधों कि देखभाल करता था।

Gardening business

ऐसा करते करते उन्‍हें काफी समय बीत गया। फिर एक दिन अचानक ही उनके मन में ख्‍याल आया कि अगर वह पोधे खरीद कर अपने घर में गार्डन बना सकती है। तो इन्‍हीं पोधो को वह बेच भी तो सकती है। बस क्‍या था उन्होने अचानक आई इसी सोच को सच में बदलना शुरू कर दिया और यही से उनके शौक के व्‍यापार में बदलने के सफर की शुरूआत हो गई।

हर महीनें करती है पौधों के व्‍यवसाय से लाखों कि कमाई

आज की बात करें, तो श्रुति अपने इसी शौक से एक महीनें में लाखों की कमाई कर पा रही है। श्रुति खास तरह के पौधे और फूल अपने गार्डन में लगाती है। जैसे वह फर्न, वॉटर लिलि, तथा आर्किड जैसे महंगे ओर दुर्लभ वनस्‍पति को लगाती है।

वैसे तो यह पोधे सिर्फ यूरोपियन और हिमालयी क्षेत्र में ही पनपते है। लेकिन श्रुति इन पौधों को छत्‍तीसगढ़ राज्‍य में उगा पा रही है और यही उनकी सबसे बड़ी कामयाबी है। यही कारण है कि उनका व्‍यावसाय अब बहुत आगे बढ़ता जा रहा है।

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