उज्जैन महाकाल मंदिर में खुदाई में मिलीं प्राचीन मूर्तियां, 1000 वर्ष पुराने परमार कालीन मंदिर का भाग मिला

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OLD Temple Found Ujjain
Madhya Pradesh: Archaeological Survey of India team visited Mahakal Temple in Ujjain where 1000-year old remains of temple, stone and statues have been found. 1000 year old Parmar dynasty temple found near Mahakal Mandir Ujjain.

Photo Credits: Twitter

Ujjain, Madhya Pradesh: भारत की भूमी और नदियां हिन्दू संस्कृति और देवी देवताओं की मूर्तियों और मंदिरों की गवाह है। समय समय पर ज़मीं और नदियाँ हिन्दू मंदिर और मूर्तियां निकालते रहे है। मध्यप्रदेश में उज्जैन स्थित बाबा महाकाल मंदिर (Mahakal Mandir) के विस्तार के लिए की जा रही खुदाई में लगभग 1000 साल पुराने (1000 Year Old) परमार कालीन मंदिर (Parmar Era Temple) का ढांचा देखने को मिला है। इस खुदाई में 11वीं शताब्दी की कई अहम मूर्तियां भी निकली हैं।

इस खुदाई के बाद परमार कालीन वास्तुकला का बेहद खूबसूरत मंदिर दिखाई देने लगा है। दैनिक भास्कर की खबर के अनुसार 30 मई को महाकाल मंदिर (Mahakal Temple) के अगले हिस्से में खुदाई के दौरान मिली माता की प्रतिमा और स्थापत्य खंड की जानकारी जैसे ही संस्कृति विभाग को लगी, उन्होंने तुरंत पुरातत्व विभाग भोपाल (Bhopal) के 4 सदस्यों को उज्जैन महाकाल परिसर के निरीक्षण के लिए भेज दिया।

इस टीम को लीड कर रहे पुरातत्वीय अधिकारी डॉ. रमेश यादव ने कहा था कि 11वीं-12वीं शताब्दी का मंदिर नीचे दबा हुआ है, जो की उत्तर वाले भाग में है। दक्षिण की तरफ चार मीटर नीचे एक दीवार मिली है, जो लगभग 2100 साल पुरानी हो सकती है। 2020 में भी महाकाल मंदिर में करीब 1000 साल पुराने मंदिर के अवशेष (Runs Of Ancient Temple) मिले थे।

मंदिर के अगले हिस्से में भक्तों के लिए विश्राम भवन बनाया जा रहा है। इसके लिए की गई खुदाई के दौरान यह प्राचीन अवशेष निकले थे। इसके बाद यह काम को रोका गया और जाँच शुरू करवा दी गई थी। महाकाल मंदिर में खुदाई के दौरान लगातार प्राचीन पुरातत्व अवशेष मिल रहे है। यहां मूर्तियों का ढेर लग चुका है। महाकाल मंदिर के विस्तार को इसी साल जनवरी में हरी झंडी दिखाई गई थी।

पुरातत्व अधिकारी डॉ. रमेश यादव ने हिंदी अख़बार को बताया की अभी यह बता पाना मुश्किल है की खुदाई में निकला मंदिर किसने बनवाया था। इस पर खोज की जाएगी। सभी मूर्तियों और मंदिर के स्ट्रक्चर का एलाइनमेंट होगा, उसके बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकता है। उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह का कहना है कि पुरातत्व अवशेष को बचाना है, इस कारण काम की रफ्तार धीमी है।

मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार (MP Shivraj Singh Chouhan Government) ने इसके लिए 500 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। दिसंबर 2020 में फ्रांस के राजदूत अपनी पत्नी के साथ महाकाल के दर्शन के लिए आए थे। दर्शन के बाद उन्होंने ऐलान किया था कि फ्रांस की सरकार “महाकाल मंदिर विकास योजना” (Mahakal Mandir Vikash Yojana) में 80 करोड़ रुपए दान करेगी।

पिछले साल भी मंदिर परिसर की खुदाई के दौरान हवन कुंड, चूल्हा समेत कई अन्य चीजें मिली थीं। अब दोबारा से चीजें मिल रही हैं, जो काफी महत्वपूर्ण है। दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार अब तक हुई खुदाई में परमार कालीन मंदिर (Parmar Dynasty Temple) के पाषाण खंभ, छत का हिस्सा, शिखर आदि के अवशेष मिले हैं। साथ ही दो हजार साल पुराने शुंग और कुषाण काल में निर्मित मिट्टी के बर्तनों के भी अवशेष मिल चुके हैं।

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