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Jaipur: भारत में देसी खाने की तो भरमार है और पूरे देश में समोसे-कचौड़ी बड़े चाओ से खाये जाते हैं। आज हम बात करेंगे इस डिश कचौड़ी (Kachori) की। राजस्थान जो राजाओं और महलो के साथ साथ अपनी संस्कृति पहनावा और खान पान के लिये विख्यात है।
भारत देश का सबसे खास राज्य राजस्थान (Rajasthan) है। वहाँ का हर प्राणी काफी समझदार और हर काम में निपुर्ण है। कहने को तो हर शहर हर राज्य अपनी अपनी पहचान से है। हर राज्य में खाना पीना और अपनी अपनी संस्कृति और धर्म है, परंतु राजस्थान एक ऐसा राज्य है, जो इतिहास के सबूत देता है।
राजा रानी के महलो से उनकी कहानियो का बखान करते है। राजस्थान क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा राज्य है। इस राज्य की राजधानी जयपुर है, जिसे सिटी ऑफ़ जॉय (City of Joy) भी कहते है।

राजस्थान के जयपुर में बहुत सारे ऐसे होटल है, जहा के व्यंजन राजस्थान की शान है, वैसे तो हर होटल में पकवान अच्छे मिलते है, परंतु राजस्थान की कुछ खास नामचीन होटल है, जहा की कचोरी और मिष्ठान काफी प्रसिद्ध है, तो आज की इस पोस्ट में हम आपको राजस्थान की उन नामचीन होटलों के बारे में जानकारी देंगे।
सम्राट रेस्टोरेंट (जयपुर राजस्थान)
राजस्थान का जयपुर शहर (Jaipur City) अपनी संस्कृति और सभ्यता के लिए जाना जाता है, यहाँ के व्यंजनों का स्वाद में भी सबसे हट कर है खट्टा, मीठा, तीखा और चटपटा जायकेदार सभी स्वादों अपने में समेटे है। पुराने किलों व ऐतिहासिक इमारतों के साथ यहाँ की मिष्ठान दुकानें भी इतिहास में शामिल होने के काबिल है।
जयपुर का का सबसे विख्यात सम्राट रेस्टोरेंट (Samrat Restaurant) की स्थापना वर्ष 1965 में हुई थी। तब से ही यहां की प्याज और मसाले की फाइलिंग से बनी कचौड़ी का स्वाद लोगों के मुंह में जैसे जम सा गया हो लोगो को यह कचोरी खूब भांति है, साथ ही इस रेस्टोरेंट को सबसे पुराने रेस्टुरेंट में शामिल किया गया है।
खूंटेटा नमकीन भंडार (जयपुर राजस्थान)
अक्सर लोग घरो में ही आलू की कचौड़ी बनाते है, परंतु वो स्वाद नहीं मिल पाता, जो राजस्थान की कचोरी में होता है। हो सकता है कि कुछ लोगो ने देश के कई होटलों में भी खाई होगी, परंतु जयपुर की कचौड़ियों (Kachori Of Jaipur) की बात और किसी में कहा है।
इस होटल में मिलने वाली आलू की कचोरी आपको वो स्वाद देंगी की आप कभी उसे भूल नहीं पाओगे। इन कचौड़ियों के लिए उबले हुए आलू और कई तरह के मसालों को मिला कर स्टफिंग तैयार की जाती है। इन कचोरियों के साथ पुदीने और धनिये की फ्रेश चटनी भी दी जाती है। एक बार इन कचौड़ियों को खाने के बाद आपका का मन जयपुर में ही रहने का होने लगेगा।
संपत नमकीन भंडार (जयपुर राजस्थान)
दिल्ली के चांदनी चौक की फेमस परांठे वाली गली के जैसे ही जयपुर की कई दुकानें आज़ादी के पूर्व ही शुरू हो गई थी। आज भी उसी स्वाद के लिए जानी जाती है, पूरे देश में उनका स्वाद मशहूर हैं। वर्ष 1936 मे संपत नमकीन भंडार (Sampat Namkeen Bhandar) की स्थापना हुई।
इसके बाद से ही यह अपनी खास डिश आलू की कचौड़ी (Aalu Ki Kachori) के लिए मशहूर हो गई। भरी तेल की कड़ाई में कचौरिया तली जाती है। इसके बाद भी आसानी से वे पाचक हो जाती है। तीखा और चटपटे के शौकीन के लिए यह कचौड़ी बहुत मजेदार होती है।
श्री राम नमकीन भंडार (जयपुर राजस्थान)
खैर राजस्थान की हर कचोरी का स्वाद अपने आप में ही यूनिक है, आलू और प्याज की कचौड़ी हो या फिर मावा। लेकिन राजस्थान के जयपुर में दाल से बनी कचोरी भी मिलती है, जिसका स्वाद आपको काफी पसंद आयेगा।
मूंग की दाल और कई सारे मसालों के साथ इसकी फिलिंग तैयार की जाती है। काफी चटपटी और तीखी होती है। इसे आप गर्मा-गर्म चाय के साथ खाएंगे, तो आपको और भी ज्यादा मजा आएगा। इस कचोरी में सबसे दिलचस्प बात यह है कि इसे कढ़ी के साथ खाया जाता है।
रावत मिष्ठान भंडार (नई दिल्ली)
रावत मिष्ठान भंडार (Rawat Misthan Bhandar) विंड विक्ट्री सिनेमा स्टेशन रोड के पास, सिंधी संचार नई दिल्ली में है। यहाँ पर सभी तरह के राजस्थानी व्यंजन उपलब्ध हैै। इस होटल का खुलने का समय सुबह 11 बजे से रात के 11 बजे तक हैै। यह होटल अपनी सिग्नेचर डिश मावा कचौड़ी के लिए बेहद फेमस है।
रावत मिष्ठान भंडार को जोधपुर के दिवंगत रावत माल जी के द्वारा स्थापित किया गया था। खोया की फिलिग के साथ चाशनी में डूबी यह मावा कचौड़ी राजस्थान के लोगो के साथ घूमने आए पर्यटकों की भी पहली और सबसे खास चॉइस होती है। यहां की मावा कचौड़ी के अलावा लोग प्याज और दाल की फिलिंग से बनी कचौड़ी भी काफी लोग पसंद करते है। मीठे के शौकीन लोग ज्यादातर मावा कचौड़ी खाते है।