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Damoh: दुनिया में दो तरह की चीज है एक विज्ञान और दूसरा भगवान। वैज्ञानिकों का कहना है कि दुनिया की हर चीज वैज्ञानिक नियमों के अनुसार चल रही है, जबकि एक संत गुरु और ईश्वर पर विश्वास रखने वाले व्यक्ति की मान्यता है कि दुनिया में जो कुछ है सब कुछ ईश्वर का दिया हुआ है।
ईश्वर के प्रति आस्था समाज को बांधे हुए हैं और हम यह भी कह सकते हैं कि आस्था ने व्यक्तियों को जातियों और धर्म में भी बांट रखा है। ईश्वर के प्रति आस्था रखने वाला व्यक्ति कई तरह की मान्यताएं मानकर चलता है। इसका उदाहरण देखने को मिला दमोह के एक युवक का जो दंडवत प्रणाम करते हुए बागेश्वर धाम जा रहा है और वहां पर अपनी मन्नत (Wish) को पूरा करेगा।
आपको बता दें मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के दमोह (Damoh) जिले के अंतर्गत आने वाला ग्राम पथरिया का रहने वाला एक युवक दंडवत यात्रा करते हुए बागेश्वर धाम की तरफ निकल पड़ा है दमोह से बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) की दूरी करीब 180 किलोमीटर है, जहां तक है व्यक्ति दंडवत भरते हुए पैदल यात्रा करेगा।
ना जाने इस यात्रा को पूरी करने में उसे कितनी रात और कितने दिन सड़क पर चलना होगा। यह दूरी 1 जिले से दूसरे जिले की तरफ है। आप सोच ही सकते हैं कि इस यात्रा के दौरान उसे किन-किन चीजों को सहन करना होगा आइए पूरी कहानी इस लेख के माध्यम से जानते हैं।
दमोह जिले के भक्त शिवम प्यासी की कहानी
मिली जानकारी से पता चला है कि दमोह जिले के अंतर्गत आने वाला पथरिया गांव का 25 वर्षीय युवक शिवम प्यासी (Shivan Pyasi) बहुत बड़े भक्त हैं, जो श्री बागेश्वर धाम के दर्शन के लिए दंड भरते हुए यात्रा कर रहे है।
एक मान्यता के चलते यह काम कर रहे हैं, उनकी यात्रा उनके निवास स्थान से शुरू हुई है और उन्हें छतरपुर मार्ग के हिन्नाई उमरी गांव में एक कपड़ा बिछा कर एक नारियल के साथ दंड भरते हुए देखा तो आसपास के दर्शकों ने जब उन्हें इस तरह करते देखा तो उनसे पूछा कि ऐसा क्यों कर रहे हैं, तब उन्होंने संपूर्ण जानकारी दी।
श्री बालाजी महाराज के प्रति शिवम की आस्था
शिवम बताते हैं कि उन्हें बागेश्वर धाम के श्री बालाजी महाराज के प्रति बहुत अधिक आस्था है और वे अपनी मन्नत को लेकर अपनी इच्छा को जाहिर करने जा रहे हैं उनका मानना है कि श्री बालाजी महाराज की कृपा जिस पर होती है वह धन-धान्य हो जाता है, इसीलिए वे इतनी कठिन परिश्रम के साथ उनके दर्शन के लिए जा रहे हैं।
180 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद बालाजी महाराज याने बागेश्वर धाम पहुंचेंगे और उनके दर्शन कर उनके मन की इच्छा जाहिर करेंगे और गुरुवर की शुभ दृष्टि उन पर सदा बनी रहे इस बात के लिए भी वे ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं।
महंत धीरेंद्र कृष्ण कुमार शास्त्री से मिलने की इच्छा
बागेश्वर धाम के बालाजी महाराज के शिष्य महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Pandit Dhirendra Krishna Shastri) बहुत ही महान शास्त्री हैं। दुनिया का हर व्यक्ति इन्हें बहुत अच्छी तरह जानता है और इन्हें ईश्वर की तरह पूजता है। धीरे धीरे महंत श्री कृष्ण कुमार शास्त्री जी ने लोगों के मन में अपने प्रति बहुत ही गहरी आस्था बना ली है।
शास्त्री जी से मिलने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं और अपनी इच्छा बताकर उनसे मार्गदर्शन लेते है कुछ दिवस पूर्व ही कर्नाटक राज्य से एक युवक पैदल यात्रा करते हुए बागेश्वर धाम आया और महाराज के दर्शन कर बहुत ही ज्यादा प्रसन्न हुआ साथ ही शास्त्री जी के सामने अपनी इच्छा भी रखी।
बागेश्वर धाम घिरा हुआ है विवादों से
एक रिपोर्ट के मुताबिक बागेश्वर धाम में गद्दी से संबंधित तरह-तरह की बातें बताई जा रही है। लोगों का कहना है कि उस गद्दी के लिए लोगों में विवाद की स्थिति है, जिन की खबर अलग-अलग स्रोतों से प्राप्त हो रही है।
प्यासी से पूछा गया तो उनका कहना है कि उन्हें इस विवाद से कोई फर्क नहीं पड़ता वह केवल बालाजी सरकार और उनके धाम में आस्था रखते हूं और वहां के गुरु पर भरोसा होता है। बाकी लोग क्या कहते हैं इस बात का उन्हें कोई मलाल नहीं क्योंकि ईश्वर हमेशा सत्य होता है।