Jabalpur, Madhya Pradesh: जबलपुर शहर में बुधवार को ग्वारीघाट रोड स्थित राजुल रेसीडेंसी निवासी इंडियन ऑयल के एक सेवा निव्रत्य अफसर को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। जबलपुर के नए पॉजीटिव मरीज़ 61 वर्षीय ओ ए गुहा 20 मार्च को हैदराबाद से वापस लौटे थे। उसके बाद से वे होम क्वारंटाइन थे। अब यदि की ट्रैवल हिस्ट्री और बयां पर भरोसा किया जाएं, तो उसमें कोरोना के लक्षण 17वें दिन आए हैं। डॉक्टर भी ये मानकर चल रहे हैं कि हैदराबाद या सफर के दौरान उनको किसी कोरोना संक्रमित से यह आया होगा।
विक्टोरिया अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती गुहा के नमूने बुधवार को सुबह जांच के लिए भेजे गए थे। लैब से जैसे ही उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने की सूचना मिली, वैसे ही प्रशासन की टीम उसके घर पहुंची। उस क्षेत्र को कंटेन्मेंट एरिया घोषित किया गया। एहतियातन संक्रमित के परिजनों को विक्टोरिया अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। रात में जबलपुर कलेक्टर ने भी संक्रमित के निवास क्षेत्र में जाकर कन्टेंमेंट की कार्रवाई का आंकलन किया।
जबलपुर शहर में 9 वां व्यक्ति कोरोना संक्रमित मिला
आपको बता दें की जबलपुर शहर में 9 वां व्यक्ति कोरोना संक्रमित हुआ है। जबलपुर के नए कोरोना मरीज़ में 17 दिन बाद कोरोना के लक्षण दिखाई दिए। ऐसे में कई लोगों के सम्पर्क में आने की आशंका के चलते प्रशासन के हंथ पांव फूल गए है। अब पता लगाया जा रहा है की नए मरोज़ के 20 मार्च को लौटने के बाद, उनके सम्पर्क में कौन कौन आया है। पुलिस सीसीटीवी कैमरों की मदद ले रही है।
जबलपुर का 9वा केस पॉजिटिव पाया गया है । जबलपुर – आईसीएमआर लैब से आज बुधवार की अभी तक मिली 6 रिपोर्ट में से एक रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुई है । शेष पांच निगेटिव है ।
जबलपुर का 9वा केस पॉजिटिव पाया गया है । pic.twitter.com/0R5a00zoUY— Ek Number News (@EkNumberNews) April 8, 2020
बता दें की नया कोरोना संक्रमित 27 मार्च को चौथपुल स्थित भंडारी अस्पताल गया था। अब 27 मार्च से भंडारी अस्पताल में आने वाले मरीजों और डिस्चार्ज मरीजों की सूची तैयार की जा रही है। डॉक्टर, जांच करने वाले स्टाफ सहित सम्पर्क में आए अन्य लोगों की पहचान की जा रही है। ऐसे में भंडारी अस्पताल को भी सील कर दिया गया है। जानकारी हो की नए कोरोना संक्रमित की पत्नी एक सरकारी बैंक में कार्यरत है और वह कल तक बैंक भी जा रही थी। अब उनके साथ साथ उस बैंक के सहकर्मियों के सम्पर्क में आने वाले अन्य लोगों की भी पहचान करने में अधिकारी जुट गए है।
भंडारी अस्पताल को भी सील कर दिया गया
बैंक कर्मचारियों को भी होम क्वारेंटाइन कर दिया गया है, जहां इनकी पत्नी काम करती हैं। भंडारी अस्पताल को भी सील कर दिया गया है। इनके साथ फ्लाइट में आए लोगों की हिस्ट्री में खंगाली जा रही है। 18वें दिन पॉजिटिव आए व्यक्ति के सभी संपर्कों को खोजा जा रहा है। देश की स्थिति को देखते हुए सतर्कता बरती जा रही है। अब उनके घर पर काम करने वालों को भी होम आइसोलेशन में रखा गया है।
COVID-19 पॉजिटिव के संपर्क में आए लोगों समेत उनके भाई के घर को कंटेंटमेंट जोन बना दिया है। एक से डेढ़ किलोमीटर के क्षेत्र को बफर जोन बना दिया गया है। केवल Home To Home या हाँथ-ठेलों के माध्यम से जरुरी वस्तुओं को पहुंचाया जाएगा। इस खबर के बाद चैन की नींद सो रहे जबलपुर वालों की नींद चली गई है।
MP में इंदौर, भोपाल और उज्जैन में हालत बहुत गंभीर है
वहीँ मध्यप्रदेश में संक्रमण के 3 सबसे बड़े केंद्र के तौर पर सामने आये इंदौर, भोपाल और उज्जैन को सील करने के आदेश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को राज्य में कोरोना की समीक्षा बैठक के दौरान इन स्थानों पर आवाजाही पूरी तरह बंद करने और जिला प्रशासन के माध्यम से जरूरी चीजों की होम डिलीवरी कराने के निर्देश दिए। CM शिवराज चौहान ने लोगों से अपील की है कि कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए वे मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकले। होम मेड मास्क का भी प्रयोग किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj के निर्देशानुसार भोपाल, उज्जैन और इंदौर ज़िले पूर्ण रूप से सील कर दिए गए हैं, साथ ही प्रदेश के 14 ज़िलों में #TotalLockdown किया गया है।
ज़िला प्रशासन नागरिकों को अत्यावश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। #IndiaFightsCorona pic.twitter.com/yiYSRMr1Zy
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) April 8, 2020
शिवराज ने इंदौर, भोपाल और उज्जैन के साथ ही दूसरे जिलों में भी संक्रमित क्षेत्रों में पूर्ण प्रतिबंध लगाने को कहा और अब इनकी जद में जबलपुर भी आ गया हैं। इन क्षेत्रों से किसी को भी बाहर जाने या बाहर से अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी। कोरोना संबंधी कार्य में सभी शासकीय विभागों और उनके संसाधनों की सेवाएं लेने के आदेश दिए गए हैं।
कोई भी व्यक्ति कोरोना रोग को छिपाए नहीं
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा की कोई भी व्यक्ति कोरोना रोग को छिपाए नहीं। वह अपने संपर्कों की जानकारी भी जरूर दे। कोरोना छुपाने पर प्राण जायेंगे और इसे बताने पर जिंदगी दोबारा मिलेगी। जो व्यक्ति कोरोना संक्रमण की बात छिपाए, उसके खिलाफ FIR दर्ज की जाए और इलाज के बाद उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए।
Demo Image Of Lockdown In Madhya Pradesh
इसके अलावा कोरोना ड्यूटी में तैनात अमले से दुर्व्यवहार करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर के राज्यों से आए और प्रदेश में लौटे मजदूरों के स्वास्थ्य परीक्षण की अच्छी व्यवस्था हो। ग्वालियर में एक माइग्रेंट लेबर पॉजिटिव आया है, जो दूसरे राज्य से प्रदेश में आया था।
इसके अलावा शिवराज ने कहा की किसी भी प्रकार की अफ़वाहें फैलाना कानूनन अपराध है और हमें इसके लिए दंडात्मक कार्रवाई करने हेतु बाध्य होना पड़ेगा। अपने मोबाइल में आने वाले हर संदेश की जाँच करें और संशय होने पर उसे रिपोर्ट करें। आप के सहयोग से ही हम प्रदेश को इस आपदा से बाहर निकाल पाएँगे।