Delhi: कांग्रेस की गृह दशा कुछ ठीक नहीं चल रही है। कांग्रेस ने बड़े नेता लगातार पार्टी छोड़ रहे है या कन्नी काट रहे है। उत्तर प्रदेश के रायबरेली से कांग्रेस की विधायक अदिति सिंह भी अब कुछ ऐसा ही करती दिख रही हैं, ठीक उसी प्रकार जैसे कुछ समय पहले मध्यप्रदेश में कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया था।
आपको बता दे की कांग्रेस MLA अदिति सिंह ने अपने ऑफिसियल ट्विटर आक्सॉइन्ट से कांग्रेस का नाम अलग कर दिया है। उन्होंने अपनी ट्विटर ID से कांग्रेस पार्टी हटाते ही ब्लूटिक भी हटा दिया है। अदिति ने अब अपना ट्विटर हैंडल AditiSinghRBL रख लिया है। अदिति सिंह के इस कदंम को लेकर अब राजनितिक माहोल हरमा गया हैं। अब अदिति के भाजपा में शामिल होने की संभावना तेज़ हो गई है।
अदिति सिंह ने अपनी ID से कांग्रेस के अलावा राहुल गाँधी और सोनिया गाँधी की फोटो भी निकाल दी है। अदिति के इस कदम के बाद अब कयास लगाए जा रहे है कि अब कांग्रेस पार्टी से जल्द ही चलती बनेंगी। कुछ दिन पहले ठीक ऐसा ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी किया था। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने ट्विटर अकाउंट का BIO बदला दिया था। फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया कुछ विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे, इससे मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार घरशाही होके गिर गई थी।
रायबरेली से विधायक @AditiSinghRBL को कांग्रेस ने निकाला है, लेकिन @verified ने #bluetik क्यों हटा दिया ? पार्टी लाइन से हटकर सच बोलने की सजा @INCIndia ने दिया, यह तो समझ आता है। @Twitter ने किस बात की सजा दी है ? ट्वीटर को स्पष्ट करना चाहिए। pic.twitter.com/n0gZIKef2m
— Shiwanand Dwivedi (@shiwadwivedi) May 27, 2020
इससे पहले उत्तर प्रदेश में प्रवासी मजदूरों के लिए 1000 बसें चलवाने को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच चली राजनैतिक उठा पठक में कांग्रेस को आड़े हांथो लेते हुए रायबरेली से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने पूरे मामले पर अपनी ही पार्टी कांग्रेस के रुख की कड़ी आलोचना अपने हुए आड़े हांथो लिया था, इसके अलावा अदिति ने मुख्यमंत्री योगी की तारीफ भी की थी।
Aditi Singh (@AditiSinghRBL), the rebel #Congress MLA from #RaeBareli on Wednesday, changed her #Twitter profile, removing Indian National Congress from it.
Photo: IANS (File) pic.twitter.com/PgdGXv1ptq
— IANS (@ians_india) May 27, 2020
कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा था कि “आपदा के वक्त ऐसी निम्न सियासत की क्या जरूरत, एक हजार बसों की सूची भेजी, उसमें भी आधी से ज्यादा बसों का फर्जीवाड़ा, 297 कबाड़ बसें, 98 ऑटो रिक्शा व एबुंलेंस जैसी गाड़ियां, 68 वाहन बिना कागजात के, ये कैसा क्रूर मजाक है। अगर बसें थीं तो राजस्थान, पंजाब, महाराष्ट्र में क्यों नहीं लगाईं।” इस प्रकार अब कांग्रेस में अदिति सिंह के बगावती तेवर दिखाई देने लगे थे।
MLA अदिति सिंह ने एक अन्न ट्वीट में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ भी की थी। उन्होंने लिखा की कोटा में जब यूपी के हजारों बच्चे फंसे थे तब कहां थीं ये तथाकथित बसें, तब कांग्रेस सरकार इन बच्चों को घर तक तो छोड़िए, बॉर्डर तक न छोड़ पाईं, तब सीएम योगी ने रातोंरात बसें लगाकर इन बच्चों को घर पहुंचाया, खुद राजस्थान के सीएम ने भी इसकी तारीफ की थी।
आपदा के वक्त ऐसी निम्न सियासत की क्या जरूरत,एक हजार बसों की सूची भेजी, उसमें भी आधी से ज्यादा बसों का फर्जीवाड़ा, 297 कबाड़ बसें, 98 आटो रिक्शा व एबुंलेंस जैसी गाड़ियां, 68 वाहन बिना कागजात के, ये कैसा क्रूर मजाक है, अगर बसें थीं तो राजस्थान,पंजाब, महाराष्ट्र में क्यूं नहीं लगाई।
— Aditi Singh (@AditiSinghRBL) May 20, 2020
हाल ही में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से UP में प्रवासी मजदूरों को घर तक छोड़ने के लिए 1000 बसें चलाने की अनुमति मांगी थी, जो राज्य सरकार ने मंजूर कर भी दी। इसके बाद योगी सरकार ने कांग्रेस से उन सभी बसों और ड्राइवरों का डाटा फ़ौरन जमा करने को कहा।
उत्तर प्रदेश सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को पत्र लिखते हुए कहा प्रवासी मजदूरों के लिए 1000 बसों के उनके प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया था। बिना देर किए 1000 बसों और ड्राइवरों का विवरण मांगा गया। इससे पहले प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर आरोप लगाया था कि वह एक हजार बसें प्रवासी श्रमिकों के लिए चलाना चाहती हैं, लेकिन योगी सरकार अनुमति नहीं दे रही। अब योगी सरकार ने अनुमति देते हुए कांग्रेस से डाटा माँगा, तो कांग्रेस यहाँ भी गच्चा खा गई।
आपदा के वक्त ऐसी निम्न सियासत की क्या जरूरत,एक हजार बसों की सूची भेजी, उसमें भी आधी से ज्यादा बसों का फर्जीवाड़ा, 297 कबाड़ बसें, 98 आटो रिक्शा व एबुंलेंस जैसी गाड़ियां, 68 वाहन बिना कागजात के, ये कैसा क्रूर मजाक है, अगर बसें थीं तो राजस्थान,पंजाब, महाराष्ट्र में क्यूं नहीं लगाई।
— Aditi Singh (@AditiSinghRBL) May 20, 2020
इसके बाद प्रियंका गाँधी के कार्यालय ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को उन बसों की लिस्ट भेजी, जो कांग्रेस पार्टी के अनुसार प्रवासी मजदूरों के लिए चलाये जानी थी। परन्तु प्रियंका गाँधी वाड्रा की इस बसों की लिस्ट में एक फ्रॉड देखने को मिल गया। प्रियंका गाँधी की बसों की जो लिस्ट थी, उसमें ऑटो रिक्शा, तीन पाइया वाहन और स्कूटर शामिल थे। इसे प्रवासी मजदूरों के साथ धोखा बताया गया।
कांग्रेस पार्टी ने अदिति सिंह के बयान को अनुशासनहीनता माना है। इसके बाद कांग्रेस ने विधायक आदिति सिंह को पार्टी से निलंबित कर दिया है। उनके खिलाफ पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते कार्रवाई हुई है। रायबरेली से कांग्रेस की विधायक अदिति सिंह ने प्रवासी कामगारों के लिए बसों के मुद्दे पर भाजपा का पक्ष लेते हुए बुधवार को अपनी पार्टी पर गलत राजनीति करने और मजदूरों के साथ मज़ाक करने की बात कही थी।
उन्होंने प्रियंका गांधी को आड़े हांथो लेते हुए कहा कि संकट के समय निम्न स्तर की राजनीति की क्या आवश्यकता थी। कांग्रेस ने इसे गंभीरता से लेते हुए विधायक अदिति सिंह को पार्टी की महिला विंग के महासचिव पद से निलंबित कर दिया गया है। अब इस उलट पलट के बाद ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस का गढ़ रही रायबरेली संसदीय सीट पर भाजपा अपनी तरफ से अदिति सिंह सीट देकर सोनिया गाँधी से रायबरेली की भी सत्ता छीन सकती है।