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Delhi: कांग्रेस की फंडिंग (Congress Funding) पर एक बड़ा खुलासा हुआ है। मीडिया में खबर आई है की कांग्रेस नीत राजीव गांधी फाउंडेशन (Rajeev Gandhi Foundation) पर एक अन्न खुलासा हुआ है। भारत स्थित चीनी दूतावास, चीन सरकार, जाकिर हुसैन, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF), मंत्रालय, सार्वजनिक उपक्रमों के साथ-साथ करोंड़ों रुपये के घोटाले में फरार मेहुल चोकसी ने भी राजीव गांधी फाउंडेशन को दानफंडिंग की थी।
एक मीडिया खुलासे के तहत राजीव गांधी फाउंडेशन (RGF) को देश से फरार हुए मेहुल चौकसी ने भी दान दिया था, पंजाब नेशनल बैंक से हजारों करोड़ रूपये लेकर देश छोड़नें वाले मेहुल चौकसी (Mehul Choksi) ने 2014-15 में “राजीव गांधी फाउंडेशन” RGF में अघोषित दान किया था। यह दान नवराज एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से किया गया था, मेहुल चोकसी इस कंपनी के निदेशकों में से एक है।
आपको बता दे की पीएनबी घोटाले के केस में नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पर 13 हज़ार करोड़ रुपए से भी ज्यादा की धोखाधड़ी का आरोप है। 2018 में मामला उजागर होनें के बाद मेहुल चौकसी देश छोड़कर भाग गया और अब तक फरार है। मेहुल चोकसी का नाम ऐसे समय में सामने आया है, जब अनेक स्रोतों की लिंक गाँधी परिवार द्वारा चलने वाले राजीव गाँधी फाउंडेशन से देखे जा रहे हैं, जिसमें कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी सरकार द्वारा भी कांग्रेस की पैसा जुगाड़ू फाउंडेशन RGF को पैसा मिला है।
#Exclusive #Breaking | Mehul Choksi too ‘funded’ Rajiv Gandhi Foundation. pic.twitter.com/hoZgPH2q9B
— TIMES NOW (@TimesNow) June 26, 2020
पंजाब नेशनल बैंक को हजारों करोड़ रुपये का चूना लगाकर देश से फरार हुए हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी ने राजीव गांधी फाउंडेशन को ये दान अपनी कंपनी नवराज एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड के जरिए दिया था। चोकसी ने एंटिगुआ और बारबुडा की नागरिकता ले रखी है। चोकसी और उसका भांजा नीरव मोदी 13,500 करोड़ रुपये के पीएनबी धोखाधड़ी मामले में मुख्य आरोपी है।
इसका खुलासा करते हुए टाइम्स नाउ ने यह भी कहा कि चीन सरकार की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी द्वारा वित्त पोषित चाइना एसोसिएशन फॉर इंटरनेशनल फ्रेंडली कॉन्टैक्ट (CAIFC) ने भी राजीव गांधी फाउंडेशन को वित्तीय सहायता दी थी। एफबीआई CAIFC पर नजर रख रहा था और यूएस-चीन इकोनॉमिक एंड सिक्योरिटी रिव्यू कमीशन की एक रिपोर्ट में अमेरिकी कांग्रेस में कहा गया था कि वह विदेशों में जासूसी गतिविधियों में शामिल था।
Mehul Choksi, China, Zakir Naik all donated to Rajeev Gandhi Foundation..and in 1991 Manmohan Singh also announced 100cr to Rajeev Gandhi foundation…but …Why?@RahulGandhi @rahulkanwal @sardesairajdeep @INCIndia pic.twitter.com/QUqsicJisM
— Rohit Kumar (@RohitkumarCs14) June 26, 2020
मीडिया की अन्य रिपोर्ट के मुताबिक़, चीन सरकार की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) द्वारा फंडेड चीन एसोसिएशन फॉर इंटरनेशनल फ्रेंडली कॉन्टैक्ट (CAIFC) ने भी राजीव गाँधी फाउंडेशन को फंडिंग दी थी। CAIFC अमेरिका के एफबीआई की नाज़रीन में भी था और अमेरिका-चीन इकोनॉमिक एंड सिक्योरिटी रिव्यू कमीशन की एक रिपोर्ट में अमेरिकी कांग्रेस में कहा गया था कि वह विदेशों में जासूसी गतिविधियों में शामिल रहा था।
सबसे हाडा हैरान करने वाली बार यह है की मेहुल चोकसी ने राजीव गाँधी फाउंडेशन को पैसा पहुँचाया, जबकि राहुल गाँधी मेहुल चोकसी के नाम से प्रधानमंत्री मोदी को घेरने में लगे रहे। राजीव गाँधी फाउंडेशन RGF की अध्यक्ष सोनिया गाँधी हैं, जबकि राहुल गाँधी, प्रियंका गाँधी वाड्रा, मनमोहन सिंह और पी चिदंबरम बोर्ड के सदस्य हैं। पी चिदंबरम भी पैसो के गवन और हेर फेर एक अन्न मामले में कानून के सिकंजे में है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए 21 जून 1991 को सोनिया गांधी ने इसकी शुरुआत की थी।
Congress party gave a ticket to Mehul Choksi's lawyer for the Assembly elections: @amitmalviya, BJP Spokesperson tells TIMES NOW on Rajiv Gandhi Foundation Donation row. pic.twitter.com/gdaIG2Q14G
— TIMES NOW (@TimesNow) June 27, 2020
आपको बता दे की मीडिया रिपोर्ट्स में बतया गया है की UPA सरकार के वक़्त साल 2005-2006 में राजीव गाँधी फाउंडेशन को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दान मिला। 2006-2007 की रिपोर्ट में भी यही खुलासा किया गया है। इसके बाद 2007-2008 में भी पीएमएनआरएफ से फाउंडेशन को ‘दान’ मिला था। अब कांग्रेस और सोनिआ गाँधी के इस फाउंडेशन RGF पर सोशल मीडिया पर अनेक ट्रेंड चल रहे है।
Rajiv Gandhi Foundation received money from fugitive Mehul Choksi in 2014-15…
Remember there was a case of cheating against Choksi in Karnataka (2015) but no chargesheet was filed till he fled. Congress was in power.
Donations to RGF = protection money?https://t.co/Gb8anRgNF9
— Amit Malviya (@amitmalviya) June 27, 2020
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, ‘संकट में लोगों की मदद करने के लिए बना पीएमएनआरएफ, यूपीए के कार्यकाल में राजीव गांधी फाउंडेशन को पैसे दान कर रहा था। पीएमएनआरएफ बोर्ड में कौन बैठा, सोनिया गांधी। राजीव गांधी फाउंडेशन की अध्यक्षता कौन करता है, सोनिया गांधी। यह पूरी तरह से निंदनीय है।’ अब इस मुद्दे पर भाजपा ने कांग्रेस को घेरना चालु कर दिया है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सार्वजनिक धन को परिवार द्वारा चलाए जाने वाले संगठन के लिए इस्तेमाल किया गया और यह न केवल एक धोखाधड़ी है, बल्कि भारत की जनता के साथ एक बड़ा विश्वासघात भी है। यूपीए सरकार में लोग राजीव गाँधी फाउंडेशन में दान करते थे, जिसकी अध्यक्ष सोनिया गाँधी थीं।