Delhi: लैंगिक अपराधों से बालकों का संसोधन विधेयक 2019 से बच्चों की सुरक्षा पर सवाल करते हुए जया बच्चन अपनी विचारधाराओं पर कंट्रोल नहीं कर सकीं और रोने लगी। समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद जया बच्चन बुधवार को संसद में उनके आंखों से आँसू निकलने लगे। लैंगिक अपराधों से बालकों का संशोधन विधेयक 2019 पर बोलते हुए जया बच्चन अपनी विचरधारा को कंट्रोल नही कर सकी।
उनके आँसू की वजह बनी 2014 में दिल्ली में हुए ‘निर्भया केस’ जया बच्चन ने कहा कि निर्भया के गुनगहरो को अब तक कोई सज़ा नहीं मिल सकी है। निर्भया की मां अब भी अपने आपको अकेला महसूस करती हैं। जय बच्चन ने बोला कि पहले माता-पिता लड़कियों के लिए घबराते थे, लेकिन अब सिर्फ लड़कियां ही नहीं लड़के के लिए भी डरते है लड़के भी सुरक्षित नहीं हैं।
राज्यसभा में लैंगिक अपराधों से बालकों का संशोधन विधेयक 2019 पॉक्सो पास हो गया है। इस संशोधन में मंत्रालय ने इसमें फोटो, डिजिटल और कंप्यूटर जनित गलत चीजों को भी इसकी परिभाषा में सम्लित कर लिया है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने राज्यसभा में लैंगिक अपराधों से बालकों का संशोधन विधेयक, 2019 को वार्तालाप एवं पारित करने के लिए पेश करते हुए कहा कि इसमें 2012 के मूल कानून में संशोधन का प्रस्ताव किया गया है।
इस विधेयक के बारे में इन्फॉर्मेशन देते हुए ईरानी ने कहा कि प्रौद्योगिकी के विकास के साथ ही बच्चों के यौन अपराध का मामला भी बहुत तेजी से बढ़ गया है। ये खतरे का संकेत है। उन्होंने कहा, इस विधेयक के माध्यम से कुछ बदलाव किया गया है।