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Chennai/Tamilnadu: भारतीय संस्कृति और हिन्दू धर्म पूरी दुनिया में सबसे प्राचीन और अनमोल है। पूरे विश्व में भारत के देवी देवताओ की मूर्तियां (Hindu Statues) बहुत विख्यात है। यही कारण है की सदियों से अभी तक समय समय पर यह अनमोल मूर्तियां चोरी होकर विदेश जाती रही है। हिंदूओं की संस्कृति और पवित्र प्रतीक चिह्नों पर को पॉइंट करने का षड्यंत्र सैकड़ों सालों से चलता आ रहा है।
देश के कई प्रसिद्ध मंदिरों पर विदेशी आक्रांताओं और देश के ही कुछ लालची लोगों ने साजिस करके मूर्ति चुराई और उनमें बेचा भी। लेकिन आज देश में ऐसी सरकार है, जो भारत की सबसे पुरानी संस्कृति पर पर तनिक भी नुक्सान बर्दाश्त नहीं करती है। अब समय ऐसा आया है की लगातार उन देवी देवताओं की मूर्तियों को वापस भारत ला रही हैं, जिन्हें चोरी करके विदेश में बेच दिया गया था।
मोदी सरकार के आने के बाद से अनेक देश भारत की इन अनमोल संपत्ति को वापस लौटा चुके है। अब खबर है कि 1978 में तमिलनाडु के विष्णु मंदिर (vishnu Mandir) से चोरी हुई विजयनगर काल की भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण की 3 अनमोल मूर्तियाँ ब्रिटिश पुलिस की ओर से लंदन में भारतीय वाणिज्य दूतावास को सौंप दी गई हैं।
सूत्रों से जानकारी मिली है की लंदन में भारतीय उच्चायोग के भवन में एक औपचारिक समारोह आयोजित किया गया। जिसमें मेट्रोपॉलिटन पुलिस के अधिकारी, इंडिया हाउस के कर्मचारी और केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भाग लिया।
बताया जा रहा है की इस समारोह के दौरान एक हिंदू पुजारी ने हिन्दू देवी देवताओं की एक पारंपरिक पूजा भी की और इन मूर्तियों की वापसी भारत की सांस्कृतिक विरासत की चोरी की गई कीमती प्रतिमाओं को वापस लाने के लिए भारत सरकार के बढ़ते प्रयासों का एक हिस्सा है। सरकार की ओर से ये उन पापी लोगों के लिए भी सीधा जवाब है, जो हिंदू देवी देवताओं की मूर्तिओं के साथ ऐसी हरकत करते हैं।
इस कार्यक्रम के वक़्त मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि 1947 से 2014 के बीच हमें केवल 13 मूर्तियों को वापस किया गया था। लेकिन सरकार के बढ़ते प्रयासों के परिणामस्वरूप 2014 के बाद विदेशी देशों की तरफ से 40 से अधिक कलाकृतियों को भारत को सौंप दिया गया है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मूर्तियों को आनंदमंगलम राम, लक्ष्मण और सीता के नाम से जाना जाता है।
Stolen Vijayanagara Idols of lord Ram, Ma Sita and laxman.
RETIRED BACK TO INDIA BY UKStolen from the Tamil Nadu in 1978,the statues have been handed over to the Indian Consulate in London.#Ram#returned pic.twitter.com/dPJ4tAK2Pf
— Danesh Bhagat (@DNationalistGuy) September 16, 2020
बता दे की ये मूर्तियाँ विजयनगर काल में कांस्य प्रतिमाओं से विशेष रूप से तैयार की जाती थी। इन मूर्तियों की उपस्थिति की पुष्टि पिछले साल हुई थी जब एक स्वयंसेवक ने एक तस्वीर भेजी थी। तस्वीरों को श्री राजगोपाला स्वामी मंदिर, आनंदमंगलम, मयूरम तालुक, तंजावुर जिले से चोरी की गई मूर्तियों के साथ मिलान किया गया था।
अब मीडिया में खबर आई है की तमिलनाडु सरकार (Tamil Nadu Govt) के मूर्ति विंग के अधिकारियों की मेहनत से, लंदन में भारतीय दूतावास और ASI ने इस मूर्तियों की पहचान, उत्पत्ति और चोरी होने की पुष्टि की थी। फिर भारत के पहले उच्चायुक्त, लंदन के सचिव राहुल नंगारे ने उस डीलर का पता लगाया था, जिसके पास ये मूर्तियाँ थी। वो भी इन मूर्तियों की चोरी की खबर से अनजान थे। डीलर ने इन मूर्तियों के महत्व को समझने के बाद भारत को वापस इन मूर्तियों को उन्हें सौंप दिया।
Auspicious moment as 3 more priceless statues of Vijayanagara period stolen from Vishnu temple, Nagapatinnam in 1978, recovered by @HCI_London with support of #MetPoliceLondon, restored to Govt of Tamil Nadu in presence of Hble Union Min for Culture&Tourism Shri @prahladspatel. pic.twitter.com/XRmzQIkWG6
— India in the UK (@HCI_London) September 15, 2020
Good news from London: 3 priceless idols of Bhagwan Ram, Mata Sita and Laxman from the Vijayanagara period, stolen from a Vishnu temple in Tamil Nadu in 1978 have been handed over to the Indian consulate in London by the British police.
एक अन्न खबर में कहा जा रहा है की उसी समूह की एक और हनुमान मूर्ति है, जिसे हालिया समय में दक्षिण पूर्व एशिया के एक संग्रहालय में प्रदर्शित किया गया है। अब मूर्तियों को वापस मंदिर में पूजा के लिए लाया जाएगा। इसके बाद फिर से तमिलनाडु का वह मंदिर रोशन हो उठेगा और भगवान् के भजन और कीर्तन से देश के लोग प्रफुल्लित को उठेंगे।