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यह खबर पूरे भारत के लिए चौकाने वाली खबर है। उत्तर प्रदेश का सोनभद्र जनपद अब तक पत्थर, मोरंग और कोयले के लिए जाना जाता था। अब जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण) की टीम ने वर्षो अध्ययन और रिसर्च करके सोनभद्र (Sonbhadra) में भारी मात्रा में सोने का भंडार होने का पता लगाया है। यह सोने का भंडार लगभग 3 हजार टन से भी ज्यादा का बताया जा रहा है। मौजूदा कीमत के हिसाब से इतने सोने का मूल्य करीब 12 लाख करोड़ रुपये है।
मीडिया में आई खबर के अनुसार सोने की यह खदान सोनभद्र (Sonbhadra) के कोन थाना क्षेत्र के हरदी कोटा ग्राम पंचायत में पाई गई है। अब ई-टेंडरिंग के माध्यम से सोने की खदानों की नीलामी के लिए UP शासन ने 7 मेंबर टीम का गठन भी कर दिया है। हालांकि जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया और भूतत्व एवं खनिज विभाग संयुक्त रूप से जीओ टैगिंग का कार्य कर रहे हैं। इससे अन्न जानकारी मिलने के आसार है।
पुराने समय में भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था। अब उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले (Sonbhadra District UP) में मिले लगभग 12 लाख करोड़ रुपये की कीमत का 3350 टन सोने का भण्डार मिला है। एक रिपोर्ट के अनुसार, हालिया समय में भारत के पास लगभग 626 टन सोने का भंडार है। सोनभद्र जिले में मिला सोना इससे 5 गुना अधिक है। ऐसे में यह बात सामने आ रही है की सोने के रिजर्व को लेकर भारत पूरी दुनिया के Top-3 देशों में शामिल हो सकता है।
पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा सोने का भंडार अमेरिका के पास है। उसके पास 8133 टन सोना है, जो उसके कुल विदेशी मुद्रा भंडार का 76.9% है। दूसरे स्थान पर जर्मनी का नाम आता है। जर्मनी के पास कुल 3366.8 टन सोना है। गोल्ड रिजर्व में तीसरे स्थान पर इटली है। इसके पास 2451.8 टन सोना है, जो कुल विदेशी मुद्रा भंडार का 68.4% है। अब इटली को पछाड़ते हुए भारत तीसरा स्थान ग्रहण कर सकता है।
भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) के अनुसार, सोनभद्र की पहाड़ियों में तीन हजार टन से अधिक सोना का भंडार है। सर्वे के दौरान Sonbhadra की पहाड़ी में सोने के अलावा, लोहा और भारी मात्रा में दूसरे खनिज भी दबे हैं। ऐसे में अब उत्तर प्रदेश के साथ साथ भारत सरकार की भी बल्ले बल्ले होने वाली है। सोने की यह चट्टान एक किलोमीटर से ज्यादा लंबी और 18 मीटर गहरी है। इस चट्टान की चौड़ाई 15.15 मीटर है।
सोने के अलावा कई अन्य धातुओं की खदानें भी मिली हैं। इन खदानों को कई ब्लॉक्स में विभाजित किया गया है, जिनमें सोन पहाड़ी ब्लॉक में सोने की खदान पाई गई है। इस खदान में लगभग 2993.26 टन सोने का भंडार होने की उम्मीद है। सोनभद्र जिले के खनन अधिकारी केके रॉय ने मीडिया में बताया कि पनारी गांव के सोन पहाड़ी में 3 हजार टन (3350 Tonne), पड़रछ के हरदी में लगभग 650 टन सोने का भंडार मिला है।
ब्रिटिश राज के समय भी अंग्रेजों ने इस क्षेत्र में सोने की खान का पता लगाने की बहुत कोशिश की थी किन्तु उन्हें कुछ ना मिला था। भारत की गुलामी के वक़्त से शुरू हुई सोने के खान की खोज के कारण की इस पहाड़ी का नाम सोन पहाड़ी रखागया था, तब से लोग इसे सोन पहाड़ी के नाम से ही जानते हैं। अब इन पहाड़ियों (Sonbhadra Mountains) के भीतर 3000 टन के भी ज्यादा सोना मिलने से सोनभद्र पूरी दुनिया के लिए कौतुहल का विषय बन गया है।
सोनभद्र जिला खनिज संपदाओं से भरा है. यहां पहले से ही लगभग आधा दर्जन कोयले की खदानें चालू स्थिति में हैं। पत्थर और बालू की भी खदाने हैं। अब सोने, लोहे, पोटास और इंडालुसाइड की भी खदाने पाई गई हैं। जिले के अन्य क्षेत्रों में भी हवाई सर्वेक्षण के जरिए भूगर्भ में छिपे अन्य खनिज तत्वों की जानकारी ली जा रही है। संभावना जताई जा रही है कि यहां अभी सोना, कोयला और इंडालुसाइड की खदाने मिल सकती हैं।